सिविल लाइंस मर्डर केस: दामाद ही निकला कातिल, पुलिस ने 24 घंटे में आरोपी को किया गिरफ्तार
सिविल लाइन्स हत्या का 24 घंटे में खुलासा, दामाद निकला महिला का कातिल
नागपुर, 25 जुलाई — नागपुर के पॉश इलाके सिविल लाइन्स में दिनदहाड़े हुई महिला की निर्मम हत्या की गुत्थी को पुलिस ने महज 24 घंटे में सुलझा लिया है। हैरान करने वाली बात यह रही कि इस जघन्य वारदात को अंजाम देने वाला कोई और नहीं, बल्कि मृतका का दामाद निकला।
बुधवार दोपहर माया मदन पसेरकर (58) की उस समय गला रेतकर हत्या कर दी गई थी, जब वह अपने काम से लौट रही थीं। यह खौफनाक वारदात इंदिरा कॉन्वेंट और कलाकुंज परिसर के पास घटित हुई, जहां एक युवक ने उन्हें पीछा करते हुए धारदार हथियार से हमला कर मौत के घाट उतार दिया और मौके से फरार हो गया। घटना का वीडियो पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिसने जांच की दिशा तय कर दी।
पारिवारिक विवाद बना हत्या की वजह
जांच के दौरान पुलिस को माया के पारिवारिक जीवन में चल रहे विवादों की जानकारी मिली। पूछताछ में सामने आया कि माया की बेटी गीता ने चार साल पहले मुस्तफा खान नामक युवक से प्रेम विवाह किया था। मुस्तफा ने सास माया पसेरकर को 5 लाख रुपये उधार दिए थे, जिसे लेकर दोनों के बीच लंबे समय से तनाव चल रहा था।
माया द्वारा पैसा लौटाने से इनकार करने और बेटी पर रिश्ते तोड़ने का दबाव बनाए जाने से गुस्साए मुस्तफा ने माया की हत्या की योजना बना ली। पुलिस जांच में यह भी पता चला कि आरोपी ने हत्या के एक दिन पहले डी-मार्ट से चाकू खरीदा था। बुधवार को उसने माया का पीछा किया और सुनसान मौका देखकर उन पर हमला कर दिया।
हिंगना से हुई गिरफ्तारी, आरोपी ने किया गुनाह कबूल
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी की पहचान कर हिंगना इलाके से उसे हिरासत में लिया। पूछताछ में मुस्तफा ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि वह माया की लगातार अनदेखी और मानसिक दबाव से परेशान था।
वर्तमान में आरोपी मुस्तफा खान को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
इस वारदात ने नागपुर में सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर जब घटना शहर के वीआईपी इलाके में दिनदहाड़े हुई। हालांकि, पुलिस की तेज कार्रवाई से राहत की भावना भी देखी जा रही है।