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नागपुर: कृषि केंद्रों के व्यापारियों और संचालकों ने विभिन्न मांगों को लेकर किया विरोध प्रदर्शन

नागपुर: कृषि केंद्रों के व्यापारियों और संचालकों ने विभिन्न मांगों को लेकर किया विरोध प्रदर्शन

नागपुर में कृषि व्यापारियों का विरोध प्रदर्शन, नकली बीज-खाद पर रोक और नीति बदलाव की मांग

नागपुर, 30 जून — नागपुर जिले के सभी कृषि केंद्रों के व्यापारी और संचालक सोमवार को हड़ताल पर रहे और संविधान चौक पर एकजुट होकर जोरदार प्रदर्शन किया। इस आंदोलन के माध्यम से उन्होंने किसानों और बीज व्यापार से जुड़े गंभीर मुद्दों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया।

प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांगों में सबसे पहले एचटीबीटी कपास बीजों की वैधानिक स्थिति को लेकर स्पष्टता की मांग शामिल रही। उन्होंने कहा कि या तो इन प्रतिबंधित और अनऑथोराइज़्ड बीजों की बिक्री को पूरी तरह रोका जाए, या फिर इसे कानूनी रूप से मान्यता दी जाए ताकि व्यापार में अस्पष्टता न रहे।

दूसरी बड़ी चिंता नकली खाद, कीटनाशक और बीजों की बिक्री को लेकर रही, जिसे अनाधिकृत एजेंटों द्वारा खुलेआम अंजाम दिया जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि इससे न केवल किसानों को भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि वैध कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। उन्होंने प्रशासन से इस पर सख्त कार्रवाई की मांग की।

विरोध प्रदर्शन के दौरान सब्सिडी व्यवस्था पर भी सवाल उठाए गए। व्यापारियों ने मांग की कि सरकारी सब्सिडी को कंपनियों से जोड़ने की बजाय सीधे किसानों को पारदर्शी तरीके से दी जाए।

इसके अलावा, आंदोलनकारियों ने ‘साथी’ मोबाइल ऐप का भी विरोध किया। उनका आरोप है कि यह ऐप केवल डेटा इकट्ठा करने और बीज व्यापार को चंद बड़े औद्योगिक घरानों के हवाले करने का माध्यम बन चुका है। उन्होंने ऐप को बंद करने की मांग की।

प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि इन मांगों पर सरकार जल्द कदम नहीं उठाती, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।

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