Ahmedabad Air India Flight Crash: नागपुर के मनीष कामदार का परिवार भी हादसे का शिकार, बेटी, समधन और नाती की दर्दनाक मौत

एयर इंडिया विमान हादसे में नागपुर का कामदार परिवार भी चपेट में, बेटी यशा, नाती रुद्र और समधन रक्षा की मौत की आशंका
नागपुर/अहमदाबाद – अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरते ही हुए एयर इंडिया विमान हादसे में नागपुर का एक परिवार भी गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। हादसे में शहर के जाने-माने व्यापारी मनीष कामदार की बेटी यशा कामदार, नाती रुद्र मोढ़ा और समधन रक्षा मोढ़ा की मौत की आशंका जताई जा रही है। विमान में कुल 243 लोग सवार थे, जिनमें से अब तक 100 शव बरामद किए जा चुके हैं।
घटना की जानकारी मिलते ही नागपुर स्थित कामदार परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। हादसे की पुष्टि के बाद परिजन तत्काल सड़क मार्ग से अहमदाबाद रवाना हो गए।
लंदन के लिए जा रहे थे श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल होने
मिली जानकारी के अनुसार, यशा कामदार की शादी चार वर्ष पूर्व अहमदाबाद निवासी कृष्ण मोढ़ा से हुई थी। विवाह के बाद यशा लंदन शिफ्ट हो गई थीं। पिछले कुछ वर्षों में परिवार अहमदाबाद लौट आया था। बीते वर्ष कृष्ण के पिता का कैंसर से निधन हो गया था और आगामी 20 जून को लंदन में उनकी स्मृति में एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा गया था। इसी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए यशा, उनका बेटा रुद्र और सास रक्षा मोढ़ा लंदन रवाना हो रहे थे।
बोर्डिंग में अड़चन, फिर भी दी गई उड़ान की अनुमति
सूत्रों के अनुसार, रक्षा मोढ़ा के कुछ दस्तावेज अधूरे थे, जिसके चलते एयरलाइंस स्टाफ ने उन्हें पहले बोर्डिंग पास देने से इनकार कर दिया था। हालांकि परिवार की विनती और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आखिरकार उन्हें उड़ान की अनुमति दी गई। दुर्भाग्यवश, यह उड़ान हादसे का शिकार हो गई।
कामदार परिवार में पसरा मातम
हादसे की सूचना दोपहर लगभग दो बजे नागपुर पहुंची, जिससे पूरे कामदार परिवार में कोहराम मच गया। परिवार के करीबी सूत्रों के अनुसार, जैसे ही घटना की जानकारी मिली, वे तुरंत अहमदाबाद के लिए रवाना हो गए।
हादसे की जाँच शुरू, मृतकों की शिनाख्त जारी
इस भीषण दुर्घटना की जाँच केंद्रीय विमानन प्राधिकरण द्वारा शुरू कर दी गई है। मृतकों की पहचान और डीएनए जांच की प्रक्रिया भी तेजी से जारी है। नागपुर और अहमदाबाद दोनों शहरों में हादसे को लेकर गहरा शोक है।
यह हादसा न केवल कई परिवारों के लिए असहनीय क्षति लेकर आया है, बल्कि विमानन सुरक्षा पर भी एक बड़ा सवाल खड़ा कर गया है।
