नित्यानंद का नया कारनामा: कैलासा बनाने वाले ने हड़प ली लाखों एकड़ जमीन
स्वयंभू धर्मगुरु नित्यानंद के द्वारा स्थापित ‘कैलासा’ राष्ट्र ने बोलिविया में कथित रूप से भूमि अधिग्रहण घोटाले को अंजाम दिया है, जिससे विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि नित्यानंद के अनुयायियों ने धोखाधड़ी से 4.8 लाख हेक्टेयर जमीन कब्जा कर ली। इस सौदे को अब बोलिविया सरकार ने रद्द कर दिया है, जबकि नित्यानंद पर भारत में पहले से ही कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
स्वयंभू धर्मगुरु नित्यानंद, जिन्होंने कैलासा नामक अपना स्वघोषित देश बनाया था, एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उनका ध्यान कैलासा के विस्तार पर है, और उन्होंने दक्षिण अमेरिकी देश बोलिविया में 4.8 लाख हेक्टेयर जमीन हड़प ली है। नित्यानंद और उनके अनुयायी आरोपों के अनुसार, उन्होंने फ्रॉड के जरिए जनजातीय भूमि को खरीदी और उसे कैलासा के विस्तार के रूप में घोषित करने की योजना बनाई थी। हालांकि, इससे पहले ही यह जानकारी मीडिया में लीक हो गई, जिससे बोलिविया और भारत की सरकारें हरकत में आ गईं।
नित्यानंद का नया विवाद: बोलिविया में 4.8 लाख हेक्टेयर जमीन का धोखाधड़ी से अधिग्रहण
स्वयंभू धर्मगुरु नित्यानंद एक बार फिर विवादों में हैं, इस बार उनका नाम बोलिविया में एक बड़ी धोखाधड़ी में सामने आया है। आरोप है कि नित्यानंद और उनके अनुयायियों ने मिलकर 4.8 लाख हेक्टेयर सरकारी भूमि हड़प ली, जिसे 1000 साल तक के लिए पट्टे पर लिया गया था। इस जमीन के लिए प्रस्तावित पट्टा राशि के तौर पर प्रति वर्ष 8.96 लाख रुपये, मासिक 74,667 रुपये और दैनिक 2,455 रुपये देने की बात की गई थी।
कैलासा का दांव
कैलासा के प्रतिनिधि महीनों तक बोलिविया में रहकर स्थानीय नेताओं की मदद से इस सौदे को अंजाम तक पहुंचाने में सफल रहे। हालांकि, जैसे ही यह खबर मीडिया में लीक हुई, नित्यानंद और उनके अनुयायियों ने स्थानीय पत्रकारों को धमकियां दीं। इसके बावजूद, बोलिविया सरकार ने इस पूरे सौदे को रद्द कर दिया और देश ने नित्यानंद के ‘कैलासा’ राष्ट्र से किसी भी प्रकार के राजनयिक संबंध होने से इंकार किया।
नित्यानंद की फरारी और आरोप
नित्यानंद, जो 2019 से भारत से फरार हैं, पर कई गंभीर आरोप हैं। 2010 में उनकी अश्लील सीडी सामने आई थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। 2012 में उनके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ और 2019 में दो लड़कियों के अपहरण और बंदी बनाए रखने का आरोप लगा। भारत से भाग जाने के कारण उनके खिलाफ कार्रवाई अभी तक नहीं हो सकी है।
अब देखना यह है कि नित्यानंद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्या कदम उठाए जाएंगे।