मानसून में चिखलदरा बना पर्यटकों का हॉटस्पॉट: चार महीनों में ढाई लाख सैलानी, नगर परिषद को 56 लाख की आय
चिखलदरा में मानसून टूरिज्म का बंपर सीजन: 4 महीने में रिकॉर्ड 2.5 लाख पर्यटक, नगर परिषद की कमाई 56 लाख तक पहुंची
अमरावती, सितंबर — “विदर्भ का स्वर्ग” कहलाने वाला चिखलदरा इस साल मानसून सीजन में पर्यटकों की पहली पसंद बनकर उभरा है। बीते चार महीनों में यहां रिकॉर्ड 2.5 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे, जिससे नगर परिषद को 56 लाख रुपये की आय हुई है। हरियाली, झरने, कोहरा और ठंडक से भरपूर यह हिल स्टेशन अब मानसून में पर्यटन का नया केंद्र बन गया है।
पिछले कुछ हफ्तों से हो रही भारी बारिश ने चिखलदरा की सुंदरता में चार चांद लगा दिए हैं। क्षेत्र में 1220 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जिससे घाटियों में झरनों का बहाव तेज हुआ है और चारों ओर हरियाली छा गई है। मेलघाट और आस-पास के इलाकों में भी वर्षा के चलते बांधों जैसे सापन, चंद्रभागा और शाहनूर के दरवाजे खोल दिए गए हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य और मौसम की ठंडक का आनंद लेने के लिए हजारों की संख्या में पर्यटक चिखलदरा, मेलघाट और समीपवर्ती गांवों जैसे सोमदोह, कोलकास और जत्रादोह पहुंच रहे हैं।
पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हैं —
- भीमकुंड पॉइंट,
- देवी पॉइंट,
- जत्रादोह का झरना,
- पंचबोल पॉइंट,
- नागमोदी घाट मोड़ से गिरते झरने,
- और जवाहर कुंड।
इन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक प्राकृतिक दृश्यावली, झरनों में स्नान, ट्रैकिंग और फोटोग्राफी का आनंद ले रहे हैं।
स्थानीय व्यवसायों, होटल, गाइड सेवाओं और परिवहन को भी इससे खासा फायदा हुआ है। चिखलदरा की यह सफलता न केवल पर्यावरण-प्रेमी यात्रियों के लिए खुशी की बात है, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए भी उत्साहजनक संकेत है।
पर्यटन विभाग अब इस रुझान को देखते हुए बुनियादी सुविधाओं को और बेहतर बनाने की योजना बना रहा है, ताकि आने वाले वर्षों में और अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके।