नागपुर: बप्पा के निर्माल्य से बनेगी जैविक खाद, शहर के बगीचों में लौटेगी हरियाली; मनपा के निर्माल्य रथों का आयुक्त ने किया उद्घाटन
नागपुर में इको-फ्रेंडली गणेशोत्सव की पहल: मनपा के 19 निर्माल्य रथों से एकत्र होगा पूजन सामग्री, खाद बनाकर शहर के गार्डनों में होगा उपयोग
नागपुर, 27 अगस्त – इस वर्ष नागपुर में गणेशोत्सव सिर्फ आस्था और भक्ति का नहीं, बल्कि पर्यावरण सरंक्षण का संदेश भी लेकर आया है। नागपुर महानगरपालिका (मनपा) ने श्री गणेश की पूजा के बाद बचने वाली पूजन सामग्री यानी निर्माल्य से जैविक खाद तैयार करने की अनोखी योजना शुरू की है। इससे तैयार खाद का उपयोग शहर के गार्डनों और सार्वजनिक उद्यानों में किया जाएगा, जिससे शहर की हरियाली को भी बढ़ावा मिलेगा।
आयुक्त ने किया निर्माल्य रथों का शुभारंभ
मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी ने मंगलवार को इस विशेष अभियान की शुरुआत करते हुए निर्माल्य रथों का उद्घाटन किया। इन रथों के ज़रिए पूरे शहर में गणेश मंडलों से निर्माल्य सामग्री एकत्र की जाएगी और फिर उसे वैज्ञानिक तरीके से संसाधित कर खाद में बदला जाएगा।
इस बार 19 रथों की व्यवस्था, 5 इलेक्ट्रिक ई-रथ भी शामिल
पिछले वर्षों में 10 ज़ोन के लिए 10 निर्माल्य रथ तैनात किए जाते थे। लेकिन इस बार नागरिकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया को देखते हुए 9 अतिरिक्त रथ जोड़े गए, जिससे अब कुल 19 रथ, जिनमें 5 इलेक्ट्रिक ई-रथ, शहर में काम करेंगे।
इन रथों में एजी एनवायरो के 12 और बीवीजी इंडिया के 7 वाहन शामिल हैं।
भांडेवाड़ी में होगी खाद निर्माण की प्रक्रिया
मनपा ने भांडेवाड़ी में विशेष व्यवस्था की है, जहां एकत्र किए गए निर्माल्य से वर्मीकम्पोस्ट खाद तैयार की जाएगी। इस खाद का उपयोग शहर के विभिन्न पार्कों और उद्यानों में किया जाएगा।
नागरिकों और मंडलों से सहयोग की अपील
मनपा ने सभी गणेश भक्तों और मंडलों से अनुरोध किया है कि वे अपने नज़दीकी सार्वजनिक गणेश मंडल में निर्माल्य एकत्रित करें और उसे कलश में जमा करें। सफाई कर्मचारी उसे रथों में एकत्र करेंगे।
साथ ही मंडलों ने आयुक्त से अपने-अपने पंडालों में निर्माल्य संग्रह कलश उपलब्ध कराने की मांग भी की है।