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शरद पवार का बड़ा खुलासा: “मैंने ही गिराई थी वसंतदादा की सरकार”

शरद पवार का बड़ा खुलासा: “मैंने ही गिराई थी वसंतदादा की सरकार”

शरद पवार का बड़ा बयान: “मैंने ही गिराई थी वसंतदादा की सरकार”

पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को एक कार्यक्रम में उस ऐतिहासिक घटना का खुलासा किया, जब उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल की सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाई थी। वरिष्ठ कांग्रेस नेता उल्हास पवार के 81वें जन्मदिन पर आयोजित समारोह में बोलते हुए पवार ने साफ़ कहा कि युवाओं के विरोध के चलते ही उस समय वसंतदादा की सरकार को उखाड़ फेंकने का निर्णय लिया गया था।

शरद पवार ने कहा, “वसंतदादा हमारे नेता थे, लेकिन वे इंदिरा गांधी की कांग्रेस से जुड़े थे, जबकि हम यशवंतराव चव्हाण के विचारों से प्रेरित थे। चुनाव के बाद दोनों गुटों ने साथ आने की कोशिश की, मगर हम युवा उससे सहमत नहीं थे। इसलिए हमने सरकार गिराने का फैसला किया और उसके बाद मुझे मुख्यमंत्री पद मिला।”

उन्होंने यह भी बताया कि जिन वसंतदादा की सरकार उन्होंने गिराई थी, वही बाद में व्यक्तिगत मतभेद भुलाकर उनके मुख्यमंत्री बनने का समर्थन कर रहे थे। पवार के अनुसार, उस समय वसंतदादा, रामराव आदिक और शिवाजीराव निलंगेकर जैसे कई नेता मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे, लेकिन वसंतदादा ने खुद उनका नाम आगे बढ़ाया।

पवार ने कहा कि महाराष्ट्र का नेतृत्व यशवंतराव, वसंतदादा और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने ऐसा खड़ा किया, जिसकी वजह से राज्य देशभर में सक्षम और मज़बूत पहचान बना सका। उन्होंने यह भी जोड़ा कि आज देश की राजनीति में गांधी-नेहरू के विचारों को पुनः स्थापित करने की ज़रूरत है।

मौजूदा राजनीति पर प्रहार करते हुए शरद पवार ने कहा कि पहले राजनीति बड़े दिल से की जाती थी, लेकिन आज सत्ताधारी दल संसद को ही ठप कर रहा है, जो लोकतंत्र का मज़ाक है। उन्होंने कहा कि अब इस तस्वीर को बदलने का समय आ गया है।

 

 

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