विदर्भ में मूसलधार बारिश से जनजीवन प्रभावित, बुलढाणा-यवतमाल-वाशिम सबसे अधिक प्रभावित जिले!

विदर्भ में मूसलधार बारिश से बाढ़ के हालात, वाशिम में नदी उफान पर, कई जिलों में जनजीवन ठप
नागपुर: महाराष्ट्र में दही हांडी का उत्साह जहाँ पूरे जोश में मनाया गया, वहीं दूसरी ओर शनिवार को विदर्भ के कई जिलों में लगातार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों तक भारी बारिश और तूफानी हवाओं की चेतावनी दी है। अमरावती, बुलढाणा, चंद्रपुर, गढ़चिरोली, वर्धा, वाशिम और यवतमाल जिलों में बाढ़ की आशंका जताई गई है।
वाशिम जिले में रातभर हुई बारिश से अडाण नदी उफान पर आ गई। मंगरुलपीर तहसील के शेलुबाजार क्षेत्र में नदी का पानी बस्ती में घुस गया, जिससे नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना पड़ा। प्रशासन ने रातों-रात लोगों को पास के एक स्कूल में आश्रय दिलाया। वहीं मालेगांव तहसील के जउलका में कटेपूर्णा नदी का जलस्तर बढ़ने से पुल पर यातायात बंद करना पड़ा। नागपुर की ओर जाने वाला मार्ग अब वाशिम होते हुए डायवर्ट किया गया है।
यवतमाल जिले में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया है। नदियाँ और नाले उफान पर हैं, जिससे कई गाँवों का संपर्क कट गया है। अब तक की जानकारी के अनुसार, दो लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों मकान क्षतिग्रस्त और हज़ारों हेक्टेयर खेतों में लगी फसल बर्बाद हो गई है।
अकोला, बुलढाणा, अमरावती, वर्धा और भंडारा जिलों में भी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। बिजली गिरने की अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की मौत और सात लोग घायल हुए हैं।
मौसम विभाग के आँकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में बुलढाणा में 61.2 मिमी, अकोला में 49.4 मिमी, अमरावती में 42.8 मिमी और सबसे अधिक 113.2 मिमी बारिश वाशिम जिले में दर्ज की गई।