“भंडारा जिले के धान उत्पादक किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहे, न मिला बोनस और न हुआ भुगतान”

भंडारा जिले के किसान आर्थिक संकट से जूझ रहे, बोनस और भुगतान का इंतजार जारी
भंडारा: भंडारा जिले के किसान इस समय गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। पिछले खरीफ सीजन के लिए सरकार द्वारा घोषित बोनस का इंतजार किसानों को खून-पसीने से भी ज्यादा हो रहा है, लेकिन अब तक यह उन्हें नहीं मिल पाया है।
किसानों का कहना है कि सत्ताधारी नेताओं ने बोनस की घोषणा तो की, लेकिन अब तक किसी ने किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया। जैसे ही बोनस की खबर आई, किसानों ने बैंक की शाखाओं का चक्कर लगाना शुरू कर दिया, लेकिन उनका खाता खाली ही रहा।
वहीं, फसल की देखभाल के लिए आवश्यक खाद की भी कमी हो रही है। किसानों ने कर्ज़ लेकर धान की बुआई की थी, लेकिन अब उनके पास फसल को उर्वरक देने के लिए पैसे नहीं हैं, जिससे फसल की गुणवत्ता और उत्पादन दोनों प्रभावित हो सकते हैं।
किसान अब सरकार से यह मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द बोनस का भुगतान किया जाए, ताकि वे अपनी फसलों की देखभाल ठीक से कर सकें और आर्थिक संकट से उबर सकें।