नागपुर और ठाणे की जेलों को मिलेगा नया ठिकाना, स्थानांतरण प्रस्ताव को सीएम फडणवीस की मंजूरी

नागपुर और ठाणे की जेलों को मिलेगा नया ठिकाना, शहर से बाहर शिफ्ट होंगी, पुरानी इमारतें बनेंगी विरासत स्थल
महाराष्ट्र सरकार ने नागपुर और ठाणे की ऐतिहासिक जेलों को शहर की सीमा से बाहर स्थानांतरित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की स्वीकृति के बाद अब राज्य सरकार इन जेलों के पुनर्वास और आधुनिक निर्माण की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है।
सूत्रों के अनुसार, नागपुर की सेंट्रल जेल को खापरखेड़ा के चिंचोली गांव के पास स्थानांतरित किया जाएगा। इसके लिए करीब 80 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है, जहां एक अत्याधुनिक जेल परिसर विकसित किया जाएगा। उधर, ठाणे की ऐतिहासिक जेल को संरक्षित रखते हुए उसे संग्रहालय में तब्दील करने की योजना है, ताकि शहर की विरासत को संभाला जा सके।
सरकार का उद्देश्य न केवल जेल व्यवस्थाओं को अधिक सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाना है, बल्कि शहरों के बीचों-बीच स्थित इन पुराने जेल परिसरों की जगह पर शहरी विकास और पर्यटन को बढ़ावा देना भी है। नागपुर की मौजूदा जेल की जगह पर स्मार्ट सिटी के तहत विभिन्न विकास परियोजनाएं चलाई जाएंगी, जो शहर के स्वरूप को नया रूप देंगी।
ठाणे नगर निगम ने सुझाव दिया है कि जेल परिसर को बिना बड़े बदलाव के संग्रहालय में बदला जाए, ताकि इसकी ऐतिहासिक पहचान भी बनी रहे और जनता के लिए एक नया आकर्षण केंद्र भी तैयार हो।
गृह विभाग इस प्रस्ताव को राज्य कैबिनेट के समक्ष रखने की तैयारी कर रहा है। कैबिनेट की अंतिम मंजूरी के बाद इन दोनों परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया जाएगा। माना जा रहा है कि यह कदम जेल प्रशासन को आधुनिक बनाने के साथ-साथ नागपुर और ठाणे के शहरी परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव लाएगा।
