नागपुर में सब्जियों के दामों में लगी आग: करेला ₹120, भिंडी और बैंगन ₹100 प्रति किलो पहुंचे
महंगाई की मार: नागपुर में सब्जियों के भाव बेकाबू, रसोई का बजट बिगड़ा
नागपुर। मानसून की शुरुआत के साथ ही उपराजधानी नागपुर में सब्जियों की कीमतें बेकाबू हो गई हैं। पिछले कुछ दिनों में हरी सब्जियों के दामों में जबरदस्त उछाल देखा गया है, जिससे आम लोगों की जेब पर सीधा असर पड़ा है। शहर के खुदरा बाजारों में अधिकांश सब्जियां ₹100 प्रति किलो या उससे अधिक दाम पर बिक रही हैं। गृहिणियों के लिए किचन का बजट संभालना मुश्किल होता जा रहा है।
15 जून को विदर्भ में मानसून के प्रवेश के बाद से रुक-रुक कर हो रही बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी, वहीं खेती और आपूर्ति व्यवस्था पर इसका बुरा असर पड़ा है। कई हिस्सों में तेज बारिश और जलभराव की स्थिति ने खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है, जिससे सब्जियों की उपलब्धता घट गई है। परिणामस्वरूप बाजारों में कीमतें आसमान छूने लगी हैं।
रविवार को नागपुर के प्रमुख बाजारों में सब्जियों के खुदरा दाम इस प्रकार रहे:
- करेला – ₹120 प्रति किलो
- गवार – ₹120 प्रति किलो
- कुंदरू – ₹120 प्रति किलो
- बीन्स – ₹120 प्रति किलो
- फुलगोभी – ₹100-120 प्रति किलो
- भिंडी – ₹80-100 प्रति किलो
- बैंगन – ₹100 प्रति किलो
- शिमला मिर्च – ₹80 प्रति किलो
- पालक – ₹80 प्रति किलो
- लाल भाजी – ₹80 प्रति किलो
- मेथी – ₹100 प्रति किलो
- बरबटी – ₹80 प्रति किलो
- टमाटर – ₹50 प्रति किलो
- पत्ता गोभी – ₹50 प्रति किलो
- लौकी – ₹30 प्रति किलो
स्थानीय सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि बारिश के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ है और ग्रामीण इलाकों से शहरों तक सब्जियों की सप्लाई में भी बाधाएं आई हैं। कई जगहों पर सड़कों की स्थिति खराब होने से ट्रांसपोर्ट व्यवस्था चरमराई हुई है।
व्यापारियों का अनुमान है कि आने वाले कुछ हफ्तों तक सब्जियों के दामों में कोई खास राहत नहीं मिलेगी। अगर मौसम में सुधार होता है और सप्लाई सामान्य होती है, तभी कीमतों में गिरावट की उम्मीद की जा सकती है। फिलहाल आम उपभोक्ताओं को महंगाई की इस मार को झेलना ही पड़ेगा।