Chandrapur: मनपा स्कूलों की बदली तस्वीर, 15 स्कूलों को मिला ISO सर्टिफिकेट, 6 स्कूलें बनीं डिजिटल
चंद्रपुर: मनपा स्कूलों में दिखा नया जोश, गुणवत्ता में सुधार से बढ़ा विश्वास और नामांकन
चंद्रपुर, 23 जून: गर्मी की छुट्टियों के बाद सोमवार को चंद्रपुर जिले के स्कूलों में एक बार फिर बच्चों की रौनक लौट आई। स्कूल खुलने के पहले दिन ‘स्कूल प्रवेशोत्सव’ के जरिए विद्यार्थियों का भव्य स्वागत किया गया। खासतौर पर चंद्रपुर शहर महानगरपालिका (मनपा) द्वारा संचालित स्कूलों में यह दिन उत्साह और उमंग से भरा रहा।
पिछले तीन वर्षों में मनपा स्कूलों की स्थिति में जबरदस्त सुधार देखा गया है, जिसका श्रेय मनपा आयुक्त विपिन पालीवाल के नेतृत्व और योजनाबद्ध प्रयासों को दिया जा रहा है। पालीवाल ने न केवल अधोसंरचना पर ध्यान दिया, बल्कि शिक्षण गुणवत्ता और पालकों के विश्वास को भी मजबूत किया।
आज चंद्रपुर की 26 मनपा स्कूलों में से 15 को ISO सर्टिफिकेशन मिल चुका है, जबकि 6 स्कूलें डिजिटल सुविधाओं से लैस हो चुकी हैं। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, ई-लायब्रेरी, वाटर कूलर जैसी आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं, जिससे छात्रों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिल रहा है।
इन प्रयासों का सीधा असर विद्यार्थियों की संख्या पर भी पड़ा है। फिलहाल मनपा स्कूलों में 4,200 से अधिक छात्र नामांकित हैं — जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में विधायक सुधाकर अडबाले, उपायुक्त संदीप चित्तरवार और शिक्षाधिकारी नागेश नीत उपस्थित रहे। इस मौके पर छात्रों को निःशुल्क किताबें, गणवेश, नोटबुक और अन्य जरूरी शैक्षणिक सामग्री दी गई।
विधायक अडबाले ने आश्वासन दिया कि मनपा स्कूलों को और अधिक तकनीकी संसाधनों से सुसज्जित किया जाएगा, जिसके लिए वे अपनी विधायक निधि से सहयोग प्रदान करेंगे। वहीं शिक्षाधिकारी नागेश नीत ने कहा, “मनपा स्कूलें अब निजी संस्थानों को टक्कर दे रही हैं, और यह साबित हो चुका है कि सरकारी स्कूलों में भी उत्कृष्ट शिक्षा संभव है।”
गौरतलब है कि विदर्भ क्षेत्र में अत्यधिक गर्मी के चलते चंद्रपुर जिले की स्कूलें 23 जून से शुरू हुईं, हालांकि राज्य के अन्य हिस्सों में 16 जून से शैक्षणिक सत्र की शुरुआत हो चुकी थी। इसके बावजूद छात्रों में पढ़ाई को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिला।