नागपुर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का जोशपूर्ण आयोजन, हजारों नागरिकों ने किया सामूहिक योगाभ्यास
नागपुर: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर शनिवार सुबह नागपुर का यशवंत स्टेडियम योग साधकों की ऊर्जा और उत्साह से गूंज उठा। ‘एक पृथ्वी, एक योग – स्वास्थ्य के लिए’ इस मूल भावना को साकार करते हुए नागपुर महानगरपालिका द्वारा आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों और हजारों योग प्रेमियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत ‘करा हो कडपा योगासन’ गीत के सामूहिक गायन से हुई, जिसने पूरे वातावरण को ऊर्जा से भर दिया। योग के महत्व को उजागर करते हुए वक्ताओं ने बताया कि नियमित योगाभ्यास न केवल शरीर को तंदुरुस्त बनाता है, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करता है और जीवनशैली से जुड़ी कई बीमारियों से बचाव करता है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, विधायक प्रवीण दटके, पुलिस आयुक्त रवींद्र कुमार सिंघल, नगर आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी, भाजपा शहर अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी, जनार्दन योगाभ्यासी मंडल के अध्यक्ष रामभाऊ खांडवे तथा अन्य प्रमुख गणमान्य मौजूद रहे।
कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण नागपुर जिला योग संघ के अनिल मोहगांवकर और संदीप खरे के नेतृत्व में प्रस्तुत किया गया विशेष योग प्रदर्शन था, जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीटों ने जटिल योगासन और मानव टावर का शानदार प्रदर्शन कर दर्शकों का मन मोह लिया।
सामूहिक योग प्रदर्शन के साथ ही ‘मिशन थंडर’ अभियान के तहत नागपुर पुलिस द्वारा उपस्थित नागरिकों को नशा मुक्त रहने की शपथ भी दिलाई गई। आयोजकों ने बताया कि यह केवल योग दिवस नहीं, बल्कि एक सकारात्मक जीवनशैली अपनाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है।
सुबह 5.30 बजे से ही धंतोली क्षेत्र की सड़कों पर योगाभ्यासियों की लंबी कतारें दिखाई दीं। स्टेडियम में प्रवेश के दौरान हर साधक का पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया, जिससे वातावरण भक्तिपूर्ण और प्रेरणादायक बन गया। अनुशासित पंक्तियों में योग कर रहे हजारों नागरिकों ने पूरे स्टेडियम को एक विशाल योगशाला में परिवर्तित कर दिया।
रामभाऊ खांडवे ने इस अवसर पर अपने उद्बोधन में याद दिलाया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की अवधारणा की पहली पहल नागपुर में जनार्दन स्वामी के मार्गदर्शन में हुई थी, जिसे आज पूरी दुनिया अपना चुकी है।
नागपुर का यह आयोजन न केवल भव्यता के लिए याद रखा जाएगा, बल्कि जनचेतना और सामूहिक सहभागिता के लिए भी मिसाल बनकर सामने आया है।