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नागपुर महानगरपालिका ने आगामी 20 वर्षों के लिए मास्टर प्लान तैयार करना शुरू किया, 25 साल बाद बन रहा नया विकास योजना (DP)

नागपुर महानगरपालिका ने आगामी 20 वर्षों के लिए मास्टर प्लान तैयार करना शुरू किया, 25 साल बाद बन रहा नया विकास योजना (DP)

नागपुर शहर के विकास की नई रूपरेखा तैयार, 25 साल बाद बन रहा नया मास्टर प्लान

नागपुर, 18 जून: नागपुर महानगरपालिका ने शहर के समग्र और दीर्घकालिक विकास के लिए 2025 से 2045 तक के मास्टर प्लान की तैयारी शुरू कर दी है। लगभग 25 वर्षों के अंतराल के बाद बन रहे इस नए विकास योजना (DP) के जरिए मनपा ने भविष्य की जनसंख्या वृद्धि और नागरिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए शहर की सीमा और प्राथमिकताओं को फिर से परिभाषित किया है।

मनपा के मुताबिक, यह मास्टर प्लान आधुनिक तकनीक—GIS (Geographic Information System)—के माध्यम से तैयार किया जा रहा है, जिससे योजना को अधिक वैज्ञानिक, पर्यावरण अनुकूल और नागरिकों की जरूरतों के अनुरूप बनाया जा सके। इसके तहत शासकीय और निजी शैक्षणिक संस्थानों, सड़कों के नेटवर्क, उद्यानों, खेल मैदानों, सांस्कृतिक स्थलों और जलस्रोतों जैसी आधारभूत सुविधाओं के लिए भूमि आरक्षित की जाएगी।

नए मास्टर प्लान की प्रमुख बातें:

  • शहर की सीमा में विस्तार: 2013 में नागपुर महानगरपालिका क्षेत्र में शामिल किए गए हुडकेश्वर और नरसाला को इस बार योजना में शामिल किया गया है, जो 2001 के विकास प्रपोजल का हिस्सा नहीं थे।
  • स्वायत्त क्षेत्रों को रखा गया बाहर: स्मार्ट सिटी मिशन के तहत आने वाले पारडी, पूनापूर, भरतवाडा और भांडेवाडी, तथा मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के क्षेत्रों—जैसे अजनी, अंबाझरी, जयताला, इंदोरा और मिहान—को योजना से बाहर रखा गया है, क्योंकि इनके लिए स्वतंत्र विकास प्राधिकरण पहले से मौजूद हैं।
  • भूमि आरक्षण: नए डीपी के जरिए मनपा शहर के भविष्य के नागरिक ढांचे के अनुसार जल आपूर्ति, परिवहन, शिक्षा और सांस्कृतिक विकास के लिए जरूरी भूमि आरक्षित कर सकेगी।

योजना निर्माण की प्रक्रिया:

नया मास्टर प्लान नागरिकों की भागीदारी के साथ पारदर्शी ढंग से तैयार किया जाएगा। पूरे शहर का नक्शा और आरक्षणों की सूची सार्वजनिक की जाएगी, जिसके बाद 60 दिनों की अवधि में नागरिकों से सुझाव और आपत्तियाँ आमंत्रित की जाएंगी। सभी सुझावों पर विचार के बाद अंतिम मसौदा तैयार कर मनपा सभागृह में चर्चा हेतु प्रस्तुत किया जाएगा। वहाँ से स्वीकृति मिलने के बाद यह मसौदा राज्य सरकार के शहरी विकास विभाग को भेजा जाएगा।

यह मास्टर प्लान न केवल शहर के क्षेत्रीय संतुलन और बुनियादी ढांचे के विकास को दिशा देगा, बल्कि आने वाले वर्षों में नागपुर को एक सुव्यवस्थित, टिकाऊ और नागरिक-अनुकूल शहर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। पूरी प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में लगभग दो वर्षों का समय लगने की संभावना है।

पृष्ठभूमि:
नागपुर का पिछला विकास प्लान वर्ष 2001 में नागपुर सुधार प्रन्यास द्वारा तैयार किया गया था। इस बार मनपा स्वयं इस प्रक्रिया का नेतृत्व कर रही है और पहले से विकसित 7 योजनाओं को भी नए मास्टर प्लान में समाहित किया जा रहा है।

यह योजना केवल एक विकास की रूपरेखा नहीं है, बल्कि नागपुर के भविष्य की दिशा तय करने वाला दस्तावेज बनने जा रही है।

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