Monsoon Update: 14 जून तक चिलचिलाती धूप से नहीं मिलेगी राहत, मौसम विभाग ने किसानों से की खास अपील
राज्य में मानसून की देरी से भीषण गर्मी का कहर, किसानों को बुवाई में न करने की सलाह
मुंबई, 10 जून — महाराष्ट्र में इस साल मानसून के आगमन में देरी ने गर्मी को और विकराल बना दिया है। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि 15 जून से पहले राज्य में मानसून के पहुंचने की कोई संभावना नहीं है, जिससे 14 जून तक नागरिकों को तेज धूप और बढ़ते तापमान का सामना करना पड़ेगा।
राज्य के अधिकांश हिस्सों, खासकर विदर्भ, मराठवाड़ा और खानदेश में, तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है। पूर्वी विदर्भ में पारा 45 डिग्री तक पहुंचने की आशंका है, जबकि नागपुर 43 डिग्री के साथ अब तक का सबसे गर्म जिला बन गया है।
अन्य जिलों में भी हालात चिंताजनक हैं — चंद्रपुर में तापमान 42 डिग्री, वर्धा और भंडारा में 41.6 डिग्री, अकोला 41.2 डिग्री, यवतमाल 40.6 डिग्री, और गोंदिया में 42.1 डिग्री दर्ज किया गया है। इन आंकड़ों से साफ है कि पूरे विदर्भ क्षेत्र में लू जैसे हालात बने हुए हैं।
हालांकि राज्य के कुछ हिस्सों — जैसे दक्षिण मराठवाड़ा और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र — में सप्ताह की शुरुआत में दोपहर के समय गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन व्यापक और मानसूनी वर्षा की संभावना फिलहाल नहीं है।
इसी पृष्ठभूमि में कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे जल्दबाज़ी में बुवाई या खेत की तैयारी शुरू न करें। मौसम विभाग का कहना है कि जब तक नियमित और व्यापक बारिश शुरू नहीं होती, तब तक खेतों में कार्य स्थगित रखना ही बेहतर होगा, विशेषकर शुष्क भूमि वाले क्षेत्रों में।
गर्मी के इस दौर में नागरिकों को सावधानी बरतने और धूप में अनावश्यक बाहर न निकलने की सलाह दी गई है, जबकि किसानों के लिए यह समय सतर्कता और धैर्य का है।