गडचिरोली: महाराष्ट्र-तेलंगाना बॉर्डर के सिरोंचा तहसील में बड़ा हादसा, गोदावरी नदी में डूबने से छह बच्चों की दर्दनाक मौत
गड़चिरोली: गोदावरी नदी में दर्दनाक हादसा, छह बच्चों के डूबने से मातम, तलाशी अभियान जारी
गड़चिरोली ज़िले की सिरोंचा तहसील के पास शनिवार शाम एक दर्दनाक हादसा पेश आया, जब महाराष्ट्र-तेलंगाना सीमा पर स्थित गोदावरी नदी में नहाने गए छह बच्चे अचानक डूब गए। यह घटना सिरोंचा तालुका की सीमा से लगे तेलंगाना के मेदिगड्डा (मेडिगड्डा) बांध क्षेत्र में शाम करीब 5 बजे के आसपास हुई। डूबे बच्चों की तलाश में राहत और बचाव कार्य देर रात तक जारी रहा, लेकिन अभी तक किसी का भी सुराग नहीं मिल पाया है।
नहाने गए थे, नदी का बहाव बन गया मौत का कारण
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सभी बच्चे तेलंगाना के अंबटपल्ली गांव से महाराष्ट्र की सीमा पर एक शादी समारोह में भाग लेने आए थे। शनिवार दोपहर वे पास ही बह रही गोदावरी नदी में नहाने चले गए। लेकिन नदी का बहाव और जलस्तर अचानक तेज हो गया, जिसके चलते सभी बच्चे पानी में बह गए। बताया जा रहा है कि बच्चों की उम्र 11 से 18 वर्ष के बीच थी।
डूबने वाले बच्चों की पहचान
डूबे हुए बच्चों की पहचान इस प्रकार हुई है: पट्टी मधुसूदन (15), पट्टी मनोज (13), करनाला सागर (14), और तोगरी रक्षित (11) — सभी अंबटपल्ली, तेलंगाना के निवासी हैं। इसके अलावा पांडु (18) और राहुल (19), दोनों कोरलाकुंडा, तेलंगाना से हैं। सभी किशोर एक ही विवाह समारोह में शामिल होने आए थे और घटना के वक्त एक साथ नदी में नहा रहे थे।
रात ने बढ़ाई मुश्किलें, तलाशी कार्य प्रभावित
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। तेलंगाना पुलिस ने मछुआरों की मदद से तलाशी अभियान शुरू किया। हालांकि अंधेरा हो जाने के कारण तलाशी अभियान में काफी परेशानी आई। बचाव कार्य सुबह तक फिर से तेज़ी से शुरू किए जाने की उम्मीद है।
परिजनों का विलाप, माहौल ग़मगीन
इस घटना ने इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। डूबे बच्चों के परिजन और गांववाले गोदावरी नदी के किनारे एकत्र हो गए हैं। अपने लाडलों की सलामती की आस में बैठे माता-पिता और रिश्तेदार फूट-फूटकर रो रहे हैं। उनके करुण क्रंदन ने वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम कर दीं। शादी का माहौल पलभर में शोकसभा में तब्दील हो गया।
प्रशासन की ओर से तलाशी अभियान में हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। रविवार सुबह फिर से गोताखोरों और बचाव दल को उतारा जाएगा ताकि डूबे बच्चों की जानकारी मिल सके।