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Covid-19 से बचाव के लिए रखें 3Cs से दूरी, इन लक्षणों के दिखते ही रहें सतर्क

सिंगापुर और एशिया के कई हिस्सों में कोविड-19 मामलों में तेजी देखने के बाद अब भारत में भी संक्रमण के केस बढ़ने लगे हैं। ऐसे में एहतियात बरतना बेहद जरूरी हो गया है। संक्रमण से बचाव के लिए भीड़भाड़ वाली जगहों, बंद स्थानों और नज़दीकी संपर्क से दूरी बनाए रखें। नियमित रूप से हाथ धोना, मास्क पहनना और व्यक्तिगत स्वच्छता का पालन करना जरूरी है। अगर कोविड के कोई लक्षण दिखाई दें, तो उन्हें नजरअंदाज न करें और तुरंत सतर्क हो जाएं।

भारत में फिर बढ़ने लगे कोविड-19 के मामले, JN.1 वेरिएंट बना नई चिंता का कारण — जानें बचाव के उपाय और लक्षण

लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली – सिंगापुर और एशिया के अन्य हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में तेजी के बाद अब भारत में भी संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर बढ़ने लगी है। दिल्ली-एनसीआर, मुंबई और देश के अन्य हिस्सों में कोविड संक्रमण के केस सामने आ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।

विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार जो वेरिएंट चिंता का विषय बन रहा है, उसका नाम JN.1 है — यह ओमिक्रॉन वेरिएंट का ही एक सब-वेरिएंट है, जो पहले से अधिक संक्रामक माना जा रहा है। अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, भारत, सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में यह वेरिएंट पहले ही फैल चुका है।

JN.1 वेरिएंट के सामान्य लक्षण

इस वेरिएंट के लक्षण पारंपरिक कोविड-19 संक्रमण जैसे ही हैं, लेकिन तेजी से फैलने की क्षमता इसे अधिक खतरनाक बनाती है, खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए। लक्षणों में शामिल हैं:

  • बुखार
  • गले में खराश
  • सूखी खांसी
  • स्वाद और गंध का चले जाना
  • सिरदर्द और बदन दर्द
  • थकान और कमजोरी

बचाव के लिए WHO की 3C गाइडलाइन

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, संक्रमण से बचने के लिए 3C यानी Closed spaces (बंद जगहें), Crowded places (भीड़भाड़ वाली जगहें) और Close contact (निकट संपर्क) से बचना सबसे जरूरी है। इसके अलावा, इन उपायों को भी अपनाना चाहिए:

  • कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाए रखें, भले ही सामने वाला व्यक्ति बीमार न दिखे।
  • नियमित रूप से हाथ धोएं या अल्कोहल-बेस्ड सैनेटाइज़र का इस्तेमाल करें।
  • खांसते या छींकते समय मुंह और नाक को रूमाल, टिश्यू या कोहनी से ढकें।
  • बाहर जाते समय मास्क पहनना न भूलें। मास्क नाक, मुंह और ठोड़ी को अच्छी तरह ढकना चाहिए।
  • मास्क को पहनने, उतारने या छूने के बाद हाथों की सफाई करें।
  • निष्कर्ष

साल 2020 की भयावह यादें फिर से ताजा न हों, इसके लिए जरूरी है कि हम सभी सतर्क रहें और कोविड-19 से बचाव के उपायों को गंभीरता से अपनाएं। लक्षण दिखते ही खुद को आइसोलेट करें और जरूरत हो तो चिकित्सकीय सलाह लें। सतर्कता ही सुरक्षा है।

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