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भंडारा: बाढ़ राहत सूची में बड़ा घोटाला, राजस्व सेवक निलंबित

भंडारा: बाढ़ राहत सूची में बड़ा घोटाला, राजस्व सेवक निलंबित

भंडारा: बाढ़ राहत में फर्जीवाड़ा उजागर, राजस्व सेवक निलंबित, जांच समिति गठित

भंडारा जिले की तुमसर तहसील में सितंबर 2024 में आई बाढ़ के बाद राहत वितरण में सामने आए गड़बड़ी के मामले ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वैनगंगा नदी की बाढ़ से प्रभावित सुकळी नकुल और गोंडीटोला गांवों में किसानों की फसलें बर्बाद हो गई थीं। इसके बाद राजस्व विभाग ने नुकसान का आंकलन कर राहत सूची बनाई, लेकिन अब इस सूची की पारदर्शिता पर गंभीर संदेह जताए जा रहे हैं।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राहत सूची में कई ऐसे व्यक्तियों के नाम शामिल किए गए, जिनका बाढ़ या कृषि से कोई लेना-देना ही नहीं था। इस घोटाले का सबसे चौंकाने वाला पहलू तब सामने आया जब बिनाखी साजा क्रमांक ११ के महसूल सेवक महेश बिसने की पत्नी का नाम लाभार्थियों में पाया गया, जबकि उनके पास कोई कृषि भूमि नहीं है। प्रारंभिक जांच में यह नाम जानबूझकर सूची में जोड़े जाने की पुष्टि हुई है।

इस खुलासे के बाद महसूल सेवक महेश बिसने को तुरंत निलंबित कर दिया गया है। साथ ही, दो सदस्यीय जांच समिति गठित कर तलाठी और पुलिस पाटिल के खिलाफ भी कार्रवाई की अनुशंसा जिलाधिकारी को भेजी गई है।

इस प्रकरण के बाद राजस्व विभाग में खलबली मच गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए विस्तृत जांच जारी है। उधर, स्थानीय ग्रामीणों और किसान संगठनों ने दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है, ताकि राहत कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके।

 

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