ग्रेटर नोएडा: सोसायटी में प्रीपेड मीटर से कटे पैसे, सवाल पूछने पर रेज़िडेंट को ग्रुप मेल से किया गया ब्लॉक
गौर सिटी-1 एवेन्यू-4 के निवासियों ने AOA पर लगाए अनियमितता के आरोप, प्रीपेड मीटर और फंड मैनेजमेंट पर उठाए सवाल
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौर सिटी-1 स्थित एवेन्यू-4 सोसायटी में रहने वाले निवासियों ने अपनी AOA (अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन) के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सोसायटी में पारदर्शिता की भारी कमी है और फंड के गबन की आशंका जताई जा रही है।
निवासियों के अनुसार, AOA चुनाव में नियमों को नजरअंदाज करते हुए डिफॉल्टर सदस्यों को भी मतदान का अधिकार दिया गया, जिससे वे चुनाव जीतकर बोर्ड में शामिल हो गए।
इसके अलावा, प्रीपेड मीटर से जरूरत से ज्यादा राशि काटे जाने की शिकायतें भी सामने आई हैं। सोसायटी में साफ-सफाई की व्यवस्था भी बदहाल बताई जा रही है।
निवासियों का कहना है कि जब इन मुद्दों को उठाया गया, तो शिकायत करने वालों को ग्रुप मेल से ब्लॉक कर दिया गया, जिससे संवादहीनता और बढ़ गई। सोसायटी के लोग अब इस मामले की जांच और निष्पक्ष कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
गौर सिटी-1 एवेन्यू-4 में AOA पर उठे सवाल, प्रीपेड मीटर, चुनाव में गड़बड़ी और साफ-सफाई को लेकरResidents में नाराजगी
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की गौर सिटी-1 स्थित एवेन्यू-4 सोसायटी में रहने वाले कई निवासियों ने अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (AOA) के कामकाज पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। आरोप है कि प्रीपेड मीटर से मनमानी तरीके से पैसे काटे जा रहे हैं और जब इस संबंध में जवाब मांगा गया तो शिकायत करने वालों को गूगल ग्रुप ईमेल से ब्लॉक कर दिया गया।
AOA चुनाव पर भी उठे सवाल
निवासियों का आरोप है कि हाल ही में हुए AOA चुनाव में भारी अनियमितताएं हुईं। नियमों के अनुसार डिफॉल्टर निवासियों को न तो वोट देने और न ही चुनाव लड़ने की अनुमति होनी चाहिए थी, लेकिन इसके बावजूद उन्हें वोट देने का अधिकार मिला और वे चुनाव जीतकर AOA बोर्ड में शामिल भी हो गए।
निवासी कृष्ण कुमार अग्रवाल ने बताया कि उनके प्रीपेड मीटर से एक ही दिन में ₹4016 काट लिए गए, लेकिन कटौती का कोई स्पष्ट विवरण नहीं दिया गया। उनका कहना है कि बीते 10 महीने से उनका मीटर खराब था, लेकिन AOA ने इसे बदलने में कोई रुचि नहीं दिखाई।
बकाया बिल और डर का माहौल
अब जब मीटर बदला गया, तो बिना कोई पूर्व सूचना के बड़ी राशि काट ली गई, जिससे अन्य निवासी भी मीटर रीचार्ज करने से डरने लगे हैं। कृष्ण कुमार का कहना है कि इससे सोसायटी के फंड में बड़े पैमाने पर वित्तीय गड़बड़ी की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि AOA और मेंटेनेंस टीम इस पर खुलकर जानकारी नहीं दे रही है।
साफ-सफाई और मूलभूत सुविधाओं की कमी
निवासी अजय सिंह ने आरोप लगाया कि AOA के गठन को चार महीने हो चुके हैं, लेकिन सोसायटी में गंदगी और अव्यवस्था का माहौल है। फ्लोर की सफाई नियमित नहीं होती, बेसमेंट में जलभराव और गंदगी फैली है जिससे मच्छर और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। सेंट्रल पार्क की स्थिति खराब है, और वॉशरूम-किचन में पिछले तीन दिनों से पानी की किल्लत बनी हुई है।
निवासियों का कहना है कि चार महीने में AOA ने मासिक आय-व्यय का कोई लेखा-जोखा साझा नहीं किया है, जिससे पारदर्शिता को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
AOA अध्यक्ष ने आरोपों को किया खारिज
AOA अध्यक्ष दिलीप सक्सेना ने सभी आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता पिछले आठ महीनों से खराब मीटर के जरिए बिजली इस्तेमाल कर रहे थे। पूर्व AOA ने उन्हें बायपास कनेक्शन दिया था। नई AOA ने मीटर बदलवाया और उन्हें बकाया जमा करने के लिए कहा गया, लेकिन जब उन्होंने भुगतान नहीं किया, तो बकाया राशि मीटर से काटी गई।
दिलीप सक्सेना ने कहा कि सुविधाओं का लाभ उठाकर भुगतान न करना बाकी निवासियों के साथ अन्याय होगा और AOA इस तरह की छूट नहीं दे सकती।
सोसायटी में अब पारदर्शिता, वित्तीय जवाबदेही और मूलभूत सुविधाओं की बहाली को लेकर निवासियों का AOA से टकराव खुलकर सामने आ गया है।