Gorakhpur News: दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस, खुशबू के बयानों पर संदेह; 250 पन्नों में छिपा हत्या का राज
चौरी चौरा के शिवपुर चकदहा में पूनम और उनकी बेटी अनुष्का की हत्या के मामले में पुलिस की जांच जारी है। पुलिस को इस मामले में खुशबू के बयान पर संदेह है, जिसे एकमात्र गवाह माना जा रहा है, और माना जा रहा है कि वह जांच को गुमराह कर सकती है। इसके साथ ही पुलिस ने पूनम के मोबाइल फोन का सीडीआर खंगालना शुरू कर दिया है। खुशबू और संजय के बीच विवाद की जांच के दौरान तीसरे व्यक्ति की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
मुंडेरा बाजार (गोरखपुर)। चौरी चौरा के शिवपुर चकदहा में 29 मार्च की रात सोते समय पूनम और उनकी बेटी अनुष्का की हत्या के मामले में हत्यारोपितों की तलाश जारी है। पुलिस अब तक दर्जन भर से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है, जिसमें एकमात्र गवाह खुशबू और पूनम के बेटे विशाल भी शामिल हैं।
घटना के तुरंत बाद खुशबू ने पुलिस को बताया था कि उसने कमरे के झरोखे से हत्यारोपितों के पैर देखे थे, लेकिन अब वह अपने बयान से मुकर गई है। खुशबू ने स्वीकार किया है कि उसने झूठ बोला था। वहीं, पुलिस ने पूनम के मोबाइल फोन का सीडीआर प्राप्त कर लिया है, जिसमें ढाई सौ पन्नों की रिपोर्ट में अंतिम छह पन्नों में हत्या से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी हो सकती है। पुलिस इन पन्नों की गहनता से जांच कर रही है, यह पता लगाने के लिए कि उस फोन से किससे बात हुई और वह व्यक्ति कहां का रहने वाला है।
इसके अलावा, पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि पूनम इंटरनेट मीडिया का सक्रिय उपयोग करती थी, वह इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया एप्स का भी उपयोग करती थी, जिससे मामले की जांच में नई दिशा मिल सकती है।
इसके अलावा, घटना के बाद इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित खुशबू के बयान वाले वीडियो भी पुलिस के रडार पर हैं। कुछ वीडियो में उसने एक जैसा बयान दिया है, जबकि कुछ में बयान अलग-अलग हैं। इस आधार पर पुलिस उसकी और गहन पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान खुशबू ने यह स्वीकार किया कि घटना के बाद झरोखे से हत्यारोपितों के पैर देखने वाली बात उसने झूठ बोली थी। पुलिस का दावा है कि खुशबू ने पूछताछ में और भी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है, जिसका पर्दाफाश तभी किया जाएगा जब पुष्टि हो जाएगी। वहीं, मां और बहन की मौत के बाद गुमसुम बेटा विशाल पुलिस की पूछताछ में अधिक जानकारी देने में असमर्थ रहा है। फिलहाल, पुलिस की पूरी नजर खुशबू पर टिकी हुई है।
चौरी चौरा के शिवपुर चकदहा में हुए दोहरे हत्याकांड के मामले में पुलिस अब इस सवाल का जवाब ढूंढ रही है कि आखिर संजय और पूनम के बीच विवाद का फायदा कौन उठाना चाहता है।
कोटेदार सरजू का बेटा संजय और पूनम के बीच 12 साल पुरानी गहरी दोस्ती थी। पूनम के पति की मौत के बाद, संजय हर सुख-दुःख में पूनम के साथ खड़ा रहा था, और पूनम भी महिलाओं के हक में कोटेदार के पक्ष में खड़ी रहती थी। लेकिन, मां की मृत्यु के बाद खुशबू ने संजय और उसके परिवार को मुख्य आरोपी बताते हुए तहरीर दी थी।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत केस दर्ज किया और संजय को गिरफ्तार कर जेल भेजा। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या संजय और पूनम के विवाद में कोई तीसरा व्यक्ति फायदा उठाना चाहता है। खुशबू किसके कहने पर तहरीर देकर कोटेदार परिवार को आरोपित बना रही है और बार-बार बयान क्यों बदल रही है? इस मामले में पुलिस अब तीसरे व्यक्ति की तलाश में जुटी है।
इसके अलावा, पुलिस ने खुशबू के मोबाइल फोन की जांच की, जिससे यह तथ्य सामने आया कि खुशबू और उसके इकलौते भाई विशाल के बीच छह महीने से कोई बात नहीं हुई थी। इसके बावजूद, घटना के बाद उसने भाई को फोन नहीं किया और न ही मां और बहन की मृत्यु के बारे में बताया। हालांकि, पुलिस को खुशबू के फोन से एक साक्ष्य मिला है कि उसने घटना के पहले और बाद में एक अन्य नंबर पर फोन किया था।
पुलिस ने विशाल के दोस्त और गांव के एक चर्चित युवक से भी गहन पूछताछ की है, जो इस मामले में सक्रिय रहे हैं और कोटेदार परिवार को आरोपित कर जेल भेजने की मांग कर रहे थे। पुलिस को आशंका है कि यह युवक खुशबू को गुमराह कर रहा है और उसे भ्रमित करने का प्रयास कर रहा है। फिलहाल, एसपी नॉर्थ ने मामले की जांच जारी होने की पुष्टि की है और आशंका के आधार पर पूछताछ की जा रही है।