कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे की कड़ी निंदा, किसानों ने किया ‘चप्पल मारो’ विरोध प्रदर्शन
अकोला: कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के फसल कर्ज माफी पर बयान के खिलाफ किसानों का ‘चप्पल मारो’ विरोध प्रदर्शन
अकोला में कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के फसल कर्ज माफी पर दिए गए बयान के बाद किसान समुदाय में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। मंत्री ने कहा था कि “सरकार पूंजी निवेश और सिंचाई योजनाओं को वित्तपोषित करती है, लेकिन किसान कर्ज माफी का पैसा गन्ना बोने और शादी करने में खर्च करते हैं।” इस बयान के विरोध में किसान एल्गर समिति के द्वारा बार्शीटाकाली तहसील के बहिरखेड़ में ‘चप्पल मारो’ विरोध प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने मंत्री की तस्वीर वाले बोर्ड पर चप्पलें मारकर अपना गुस्सा जाहिर किया। किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार बड़े उद्योगपतियों के हजारों करोड़ रुपये के कर्ज माफ करती है, लेकिन छोटे किसानों से केवल कर्ज माफी के बारे में हिसाब मांगा जाता है। उन्होंने इसे असंवेदनशीलता करार दिया और कहा कि सरकार कभी भी उद्योगपतियों से उनके माफ किए गए कर्ज का हिसाब नहीं मांगती।
कृषि अर्थशास्त्रियों का कहना है कि सरकार ने जिन उद्योगों को कर्ज माफ किया, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती। वहीं किसानों को छोटी सी कर्ज माफी पर हिसाब देने को कहा जा रहा है।
गौरतलब है कि पिछले साल हुए भारी बारिश के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ था। जून-जुलाई में 10,000 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई थी, जिसका नुकसान 12 करोड़ 10 लाख रुपये था। अगस्त और सितंबर में भारी बारिश से 50,000 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई, और इस पर 79 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। अब तक 3,019 किसानों की आत्महत्या की रिपोर्ट भी सामने आई है।
किसानों ने मंत्री के बयान को लेकर तीव्र प्रतिक्रिया दी है, और इस मुद्दे पर सरकार से उचित कदम उठाने की मांग की है।