Headline
‘21वीं सदी भारत और आसियान की सदी’ — आसियान शिखर सम्मेलन में बोले PM मोदी, साझा विकास पर दिया जोर
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मेरठ में बुलडोजर एक्शन, सेंट्रल मार्केट का अवैध कॉम्प्लेक्स ध्वस्त
नागपुर के नंदनवन में 12 वर्षीय मासूम से दरिंदगी: एक आरोपी गिरफ्तार, दूसरा फरार
राक्षस पिता की हैवानियत: अंढेरा में दो जुड़वां बच्चियों की हत्या, सड़ी-गली लाशें बरामद
ओबीसी महासंघ अध्यक्ष बबनराव तायवाड़े ने डॉक्टर आत्महत्या मामले पर दुख व्यक्त किया, SIT गठित कर जांच की मांग की
BJP विधायक फुके का ‘कमीशन’ बम: भंडारा नगर परिषद में करोड़ों के घोटाले का दावा
मुख्यमंत्री फडणवीस का ऑपरेशन क्लीनअप: अवैध बांग्लादेशियों की ब्लैकलिस्ट तैयार, फर्जी दस्तावेज़ होंगे रद्द
उपराजधानी नागपुर में बेमौसम बारिश की दस्तक; सुबह से जारी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने 28 अक्टूबर तक येलो अलर्ट जारी किया
नागपुर: भाई दूज मनाने जा रहे पिता-पुत्री की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, खापरी मार्ग पर हुई दुर्घटना

‘यह सुपारी लेने जैसा’: कॉमेडियन कुणाल कामरा की टिप्पणी पर पहली बार बोले एकनाथ शिंदे

‘यह सुपारी लेने जैसा’: कॉमेडियन कुणाल कामरा की टिप्पणी पर पहली बार बोले एकनाथ शिंदे

कॉमेडियन कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के गाने का पैरोडी वर्जन बनाकर शिंदे को निशाना बनाया। इस दौरान कामरा ने इशारों-इशारों में शिंदे को ‘गद्दार’ बताया। इसके बाद विवाद बढ़ते हुए शिवसेना कार्यकर्ताओं ने स्टूडियो में तोड़फोड़ की। अब इस मामले में डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।

पीटीआई, मुंबई। कॉमेडियन कुणाल कामरा द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने पहली बार प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बोलने की स्वतंत्रता सभी को है, लेकिन हर बात की एक सीमा होनी चाहिए। शिंदे ने कामरा के बयान को किसी के खिलाफ बोलने के लिए “सुपारी लेने जैसा” बताया और कहा कि व्यंग्य का एक सीमा से बाहर जाना सही नहीं है।

शिंदे ने बीबीसी मराठी से बातचीत करते हुए कहा कि वह उन बातों पर ध्यान नहीं देते जो लोग उनके बारे में कहते हैं, क्योंकि उनका काम ही उनकी पहचान है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिष्टाचार के बिना किसी पर कटाक्ष करना गलत है, क्योंकि इससे प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है।

शिवसैनिकों द्वारा स्टूडियो में की गई तोड़फोड़ पर शिंदे ने कहा कि दूसरों को भी सम्मान बनाए रखना चाहिए, लेकिन बर्बरता को वह उचित नहीं मानते। इसके साथ ही, उन्होंने कुणाल कामरा पर निशाना साधते हुए कहा कि कामरा ने सुप्रीम कोर्ट, प्रधानमंत्री, पत्रकार अर्नब गोस्वामी और कुछ उद्योगपतियों पर भी विवादित टिप्पणियां की हैं, जो अभिव्यक्ति की आजादी नहीं, बल्कि किसी उद्देश्य के लिए किया गया काम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top