CSK vs MI: एमएस धोनी के साथ बल्लेबाज़ी का अनुभव कैसा था? रचिन रवींद्र का जवाब जीत रहा फैंस का दिल
रचिन रवींद्र ने साझा किया धोनी के साथ बैटिंग का अनुभव, बोले—”भीड़ के जोश को नजरअंदाज करना आसान नहीं था”
चेन्नई सुपरकिंग्स के युवा सितारे रचिन रवींद्र ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ शानदार जीत के बाद एमएस धोनी के साथ बैटिंग करने का अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा कि जब वह धोनी के साथ क्रीज़ पर थे, तब स्टेडियम का जोश इतना जबरदस्त था कि उसे नजरअंदाज करना मुश्किल था।
हालांकि धोनी ने सिर्फ दो गेंदों का सामना किया, लेकिन उनकी मौजूदगी ही दर्शकों को रोमांचित करने के लिए काफी थी। सीएसके ने इस मुकाबले में मुंबई को 4 विकेट से हराया और रचिन रवींद्र ने टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
CSK के रचिन रवींद्र ने धोनी के साथ बल्लेबाज़ी का किया खुलासा, बोले—भीड़ के जोश से बचना मुश्किल था
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। चेन्नई सुपरकिंग्स के युवा ऑलराउंडर रचिन रवींद्र ने 43 वर्षीय एमएस धोनी के साथ क्रीज़ पर बिताए लम्हों को यादगार बताया है। रविवार को चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में आईपीएल 2025 का तीसरा मुकाबला चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच खेला गया, जिसे सीएसके ने 4 विकेट से जीत लिया।
इस मैच में धोनी, रवींद्र जडेजा के रन आउट होने के बाद 19वें ओवर में बल्लेबाज़ी करने उतरे। हालांकि उन्होंने केवल दो गेंदें खेलीं, लेकिन स्टेडियम में उनकी एंट्री पर जोश और जुनून देखते ही बनता था। रचिन रवींद्र ने कहा कि जैसे ही धोनी मैदान पर आए, दर्शकों का उत्साह चरम पर पहुंच गया, जिसे नजरअंदाज करना नामुमकिन था। अंत में रवींद्र ने ही मिचेल सैंटनर की गेंद पर विजयी शॉट लगाकर टीम को जीत दिलाई।
धोनी संग बैटिंग को बताया खास अनुभव, रचिन रवींद्र बोले—”उस पल दर्शकों के जोश को नजरअंदाज करना मुश्किल था”
चेन्नई सुपरकिंग्स के युवा ऑलराउंडर रचिन रवींद्र ने एमएस धोनी के साथ पहली बार बल्लेबाज़ी करने का अनुभव साझा करते हुए कहा कि उस पल पर फोकस बनाए रखना आसान नहीं था। रवींद्र ने कहा, “मैच के दौरान ध्यान पूरी तरह टीम को जीत दिलाने पर होता है, लेकिन जैसे ही धोनी क्रीज़ पर आए, स्टेडियम का माहौल पूरी तरह बदल गया। दर्शकों की सीटियां, शोर और ‘धोनी-धोनी’ के जयकारे उस पल को खास बना रहे थे।”
उन्होंने आगे कहा, “एमएस धोनी क्रिकेट के लीजेंड हैं और लोगों का प्यार उनके लिए अलग ही स्तर पर है। पहली बार उनके साथ क्रीज साझा करना मेरे लिए यादगार रहा। मुझे यकीन है कि दर्शकों को उम्मीद रही होगी कि धोनी फिनिश करें, लेकिन हमारी प्राथमिकता टीम को जिताना था। धोनी पहले भी कई मैच खत्म कर चुके हैं, और मुझे पूरा विश्वास है कि वो आगे भी ऐसा करते रहेंगे।”
रचिन ने साथी खिलाड़ी रुतुराज गायकवाड़ की भी तारीफ की और कहा कि उन्होंने अपनी पारी से लक्ष्य को आसान बना दिया, जिससे टीम के लिए जीत की राह सुगम हो गई।