आतंकी संगठनों की मदद कर रहा था बिहार का प्रवासी मजदूर, NIA ने दाखिल की चार्जशीट

लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ाव: बिहार के प्रवासी मजदूर के खिलाफ NIA ने दाखिल की चार्जशीट, तमिलनाडु में हमले की कर रहा था साजिश
नई दिल्ली/चेन्नई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले एक प्रवासी मजदूर अखलातुर उर्फ मोहम्मद अखलाक मुजाहिद के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता को लेकर चार्जशीट दाखिल की है। आरोपी पर लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की मदद करने और भारत में जिहादी हमलों की साजिश रचने का आरोप है।
एनआईए ने बताया कि अखलातुर तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले में एक निजी निर्माण स्थल पर मजदूरी कर रहा था। वह साइबरस्पेस के जरिए पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के हैंडलरों के संपर्क में था और भारत में “काफिरों” को निशाना बनाकर आतंकी हमले की योजना बना रहा था। उसे अप्रैल 2025 में गिरफ्तार किया गया था।
हमले की योजना विफल, हथियार खरीदने की कोशिश में था जुटा
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने देश में अस्थिरता फैलाने के इरादे से हथियार डीलरों से संपर्क साधा था। वह जिहादी शैली में आतंकी हमला करने की योजना पर काम कर रहा था। हालांकि, एनआईए और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के चलते संभावित आतंकी हमले को समय रहते विफल कर दिया गया।
एनआईए की विशेष अदालत में दाखिल हुआ आरोप पत्र
एनआईए ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 196 और 197, तथा गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धाराओं 13(1)(B) और 39 के तहत पूनमल्ली, चेन्नई स्थित विशेष एनआईए अदालत में चार्जशीट दाखिल की है।
यह मामला RC-01/2025/NIA/CHE (अखलातुर लश्कर और सलाफी विचारधारा प्रकरण) के नाम से दर्ज किया गया है। एजेंसी का कहना है कि यह केस भारत में उभरते कट्टरपंथ और उग्रवाद के नेटवर्क को ध्वस्त करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है।
कट्टरपंथी विचारधारा से प्रेरित होकर रच रहा था साजिश
एनआईए के अनुसार, अखलातुर सलाफी विचारधारा से प्रभावित था और सोशल मीडिया के माध्यम से कट्टरपंथी कंटेंट का प्रचार-प्रसार कर रहा था। उसके मोबाइल और डिजिटल उपकरणों से कई संदिग्ध सामग्रियां भी बरामद की गई हैं, जो उसकी आतंकी मंशा की पुष्टि करती हैं।
जांच एजेंसी अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य संभावित सहयोगियों और लिंक की तलाश में जुटी है।
