राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने खाली जमीन के समयबद्ध उपयोग के दिए निर्देश

नागपुर में विकास कार्यों को गति देने के लिए चंद्रशेखर बावनकुले ने दिए महत्वपूर्ण निर्देश
नागपुर, 16 सितंबर: नागपुर महानगर क्षेत्र में विभिन्न विकास योजनाओं को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने के लिए आज एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता राज्य के राजस्व मंत्री और नागपुर के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने की।
बैठक में बावनकुले ने जानकारी दी कि नागपुर महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (NMRDA) के अंतर्गत लगभग 7,168 हेक्टेयर भूमि विभिन्न परियोजनाओं के लिए उपलब्ध कराने का सरकार ने निर्णय लिया है। वर्तमान में लगभग 3,000 हेक्टेयर भूमि पहले से उपलब्ध है, जिसका उपयोग चरणबद्ध ढंग से किया जाएगा।
उन्होंने निर्देश दिए कि इन क्षेत्रों में दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाते हुए हर्बल औषधियों की खेती, चरागाहों का विकास, बाँस के बागान और अन्य उपयुक्त उत्पादों के माध्यम से भूमि का संरक्षण किया जाए। इस कार्य में महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
बावनकुले ने बताया कि इस पहल से लगभग एक हजार स्वयं सहायता समूहों की दस हज़ार महिलाओं को रोजगार मिलेगा। इसके लिए पात्र समूहों को खनिज फाउंडेशन के माध्यम से एक लाख रुपये तक की अनुदान राशि दी जाएगी, जो गैर-वापसी योग्य होगी।
उन्होंने जलस्रोतों के सुदृढ़ीकरण पर भी जोर दिया। पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण नागपुर के क्षेत्रों में नालों के गहरीकरण और जल संसाधनों के संवर्धन हेतु स्थानीय ग्राम पंचायतों और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से समन्वित योजना बनाने के निर्देश दिए गए।
निधियों की कमी से विकास कार्यों में कोई रुकावट न आए, इसके लिए बावनकुले ने CSR (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) फंडिंग को एक वैकल्पिक स्रोत के रूप में अपनाने का सुझाव दिया। उन्होंने एमएमआरडीए के माध्यम से CSR पंजीकरण की प्रक्रिया पूर्ण करने के आदेश भी दिए।
इस बैठक से स्पष्ट हुआ कि नागपुर के विकास के लिए सरकार गंभीर है और हर स्तर पर योजनाबद्ध तरीके से काम को आगे बढ़ाया जाएगा।
