भंडारा: हिवरा में पांदन सड़क निर्माण में गड़बड़ी, एक ही दिन में दो कामों पर मजदूर!

भंडारा में रोजगार गारंटी योजना में बड़ा घोटाला, मस्टर रोल में फर्जी मजदूर, काम नहीं फिर भी निकाले गए पैसे
भंडारा, 16 सितंबर: रोजगार देने की मंशा से शुरू की गई महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना (MGNREGA) अब भंडारा ज़िले के मोहाड़ी तहसील में भ्रष्टाचार का अड्डा बनती जा रही है। हाल ही में हिवरा गांव में सामने आए मामले ने इस योजना की जमीनी हकीकत को उजागर कर दिया है, जहाँ दस्तावेज़ों में दर्ज काम सिर्फ कागज़ों तक सीमित रहा, और करोड़ों रुपये की राशि ठेकेदारों व प्रभावशाली लोगों की जेब में चली गई।
हिवरा गांव में पांदन सड़क निर्माण कार्य के नाम पर मिट्टी का एक टीलाभी नहीं डाला गया, जबकि मस्टर रोल में 15-20 मजदूरों के नाम दर्ज कर उनके नाम पर भुगतान निकाल लिया गया। हैरानी की बात यह है कि इनमें से कई लोग गांव में रहते ही नहीं या बाहर काम करते हैं, फिर भी उन्हें “काम करता हुआ” दिखाया गया।
स्थानीय शिकायतकर्ता के अनुसार, मस्टर में लगभग 35-40 फर्जी मजदूरों के नाम दिखाकर लाखों रुपये निकाले गए हैं। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री युवा कौशल विकास योजना के तहत गांव की एक छात्रा के नाम पर भी रोजगार गारंटी योजना से पैसा निकाला गया — जबकि उसका उस काम से कोई लेना-देना ही नहीं है।
सरपंच ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि जांच के बाद उचित कदम उठाए जाएंगे, लेकिन ग्रामीणों की मांग है कि उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
यह मामला अब जिला परिषद तक पहुँच गया है, और प्राथमिक जांच में कई अनियमितताओं के संकेत मिले हैं। जानकारों का कहना है कि यह समस्या सिर्फ मोहाड़ी तहसील तक सीमित नहीं है — बल्कि भंडारा जिले के कई गांवों में रोजगार गारंटी के नाम पर इसी तरह की गड़बड़ियाँ हो रही हैं।
रोजगार के नाम पर चल रहे इस भ्रष्टाचार ने इस कल्याणकारी योजना की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जरूरत है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और दोषियों को जल्द न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाए।
