नागपुर में श्रद्धा और धूमधाम से हो रहा श्री गणेश विसर्जन, मनपा ने की बड़ी मूर्तियों के लिए विशेष व्यवस्था, स्वच्छता पर भी जोर
नागपुर में गणेश विसर्जन पर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ सम्पन्न, मनपा ने की विशेष व्यवस्थाएं
नागपुर: अनंत चतुर्दशी के अवसर पर नागपुर शहर में गणेश विसर्जन का पर्व भक्तिभाव, उल्लास और पारंपरिक धूमधाम के साथ मनाया गया। ‘नागपुर चा राजा’ की भव्य शोभायात्रा शहर की सड़कों पर निकली, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। ढोल-ताशों की गूंज, लेझीम नृत्य और “गणपति बाप्पा मोरया” के जयकारों से पूरा शहर भक्तिमय वातावरण में डूबा रहा।
सुबह से ही शहर के विभिन्न मंडलों में अंतिम पूजा और आरती के साथ गणेश विसर्जन की प्रक्रिया शुरू हुई। आकर्षक झांकियां, पारंपरिक वेशभूषा में कलश नृत्य और बच्चों की प्रस्तुतियों ने शोभायात्रा को और भी रंगीन बना दिया। इस वर्ष कई मंडलों ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पहल करते हुए इको-फ्रेंडली गणेश मूर्तियों का चयन किया, जिन्हें कृत्रिम कुंडों में विसर्जित किया गया।
वहीं, बड़ी मूर्तियों के विसर्जन को लेकर नागपुर महानगर पालिका (मनपा) ने विशेष इंतजाम किए हैं। प्रशासन ने विसर्जन स्थलों पर क्रेनों की व्यवस्था की है, जिससे श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से मूर्तियों का विसर्जन किया जा सके।
मनपा ने स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान देते हुए न केवल कृत्रिम कुंडों के पास, बल्कि पूरे विसर्जन मार्ग पर निर्माल्य (पूजन सामग्री) के संग्रह के लिए विशेष टीमों और व्यवस्थाओं को तैनात किया है। नगर निगम का दावा है कि विसर्जन के दौरान नदियों और जलाशयों को प्रदूषित होने से बचाने के लिए हरसंभव कदम उठाए गए हैं।
इस श्रद्धा और संयम से भरे आयोजन के माध्यम से नागपुरवासियों ने न सिर्फ अपनी परंपराओं का निर्वाह किया, बल्कि पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी भी दर्शाई।