बुलढाणा: पुनर्वसन की मांग को लेकर पानी में डूबे प्रदर्शनकारी का शव 30 घंटे बाद बरामद

बुलढाणा में जलसमाधि आंदोलन की त्रासदी: लापता किसान का शव 30 घंटे बाद बरामद
बुलढाणा: जिले की जलगांव-जामोद तहसील में जीगांव परियोजना के दौरान हुए जलसमाधि आंदोलन ने एक बड़ी दुखद घटना का रूप ले लिया। आंदोलन में शामिल किसान विनोद पवार, जो नदी में कूदने के बाद लापता हो गए थे, उनका शव करीब 30 घंटे बाद मलकापुर के धूपेश्वर स्थित त्रिवेणी संगम पर मिला।
कैसे हुई घटना?
अडोल खुर्द के ग्रामीण कई सालों से सड़क की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे को उठाने के लिए उन्होंने जीगांव परियोजना में जलसमाधि आंदोलन शुरू किया। इसी दौरान विनोद पवार नदी में कूद पड़े। परिजनों का आरोप है कि उन्हें बचाने की कोई गंभीर कोशिश नहीं की गई।
बचाव अभियान
घटना के तुरंत बाद एनडीआरएफ की टीम ने तलाशी अभियान चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिली। अंततः लंबी मशक्कत के बाद कल देर शाम किसान का शव बरामद किया गया।
ग्रामीणों का आक्रोश
इस हादसे ने अडोल खुर्द सहित आसपास के गाँवों में गहरा रोष पैदा कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्षों से की जा रही सड़क की मांग अनसुनी रह गई, और अब यह आंदोलन एक किसान की जान लेने के बाद और भी उग्र हो सकता है।