नागपुर: 8 हजार घरों में मिला मच्छर का लार्वा, डेंगू-मलेरिया का खतरा बढ़ा
नागपुर में डेंगू-मलेरिया का खतरा बढ़ा: 1.46 लाख घरों की जांच में 8 हजार में मिला लार्वा
नागपुर: शहर में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा एक बार फिर मंडराने लगा है। नागपुर महानगरपालिका (NMC) के हालिया आंकड़ों के अनुसार, 1 अगस्त से अब तक 1.46 लाख घरों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें से 7,986 घरों में मच्छरों के लार्वा पाए गए हैं। यह स्थिति स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता का विषय बन गई है।
इससे पहले जून और जुलाई महीने में भी 2.85 लाख घरों की जांच की गई थी, जिनमें 12,021 घरों में लार्वा मिला था। लगातार सामने आ रहे ये आंकड़े साफ तौर पर दर्शाते हैं कि शहर में मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है और स्वच्छता को लेकर गंभीर लापरवाही बरती जा रही है।
मनपा की स्वास्थ्य टीम लगातार फॉगिंग, स्प्रे और लार्वा नष्ट करने की दवाओं का इस्तेमाल कर रही है। सर्वे में सामने आया है कि घरों के कूलर, पानी की टंकियां, गमले, पुराने बर्तन और खाली प्लॉट्स में जमा पानी मच्छरों के पनपने का प्रमुख कारण बन रहा है।
अब तक 81 भूखंड मालिकों को नोटिस जारी कर चेतावनी दी गई है कि यदि जल्द सफाई नहीं कराई गई, तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि स्थिति पर जल्द नियंत्रण नहीं पाया गया, तो शहर में डेंगू और मलेरिया महामारी का रूप ले सकते हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपने घर और आसपास के क्षेत्रों में साफ-सफाई बनाए रखें और जलजमाव को रोकने के लिए सतर्क रहें।