Headline
विदर्भ को मिलेगा विकास का बूस्ट: अडानी समूह करेगा 70,000 करोड़ का निवेश, नागपुर में रिलायंस बनाएगा फूड पार्क
गोंदिया: शराब पीकर क्लासरूम में सो गया शिक्षक, ग्रामीणों ने बनाया वीडियो, कार्रवाई की उठी मांग
अमरावती के रेलवे पुल को नई जिंदगी, सेतुबंधन योजना के तहत मिलेंगे 300 करोड़ रुपये: नितिन गडकरी का आश्वासन
भाजपा नेता अनिल बोंडे का ठाकरे गुट पर हमला: कहा, “वो सिर्फ उपद्रव मचाएंगे”
श्रमिक हितों को ध्यान में रखकर बनेगी नई नीति, श्रमिक संघों से सुझाव लेकर किए जाएंगे बदलाव : श्रम मंत्री आकाश फुंडकर
आरटीओ फ्लाईओवर का नया नाम ‘ज्ञानयोगी स्व. श्रीकांत जिचकर उड़ानपुल’, PWD ने किया नामकरण; निर्माण अंतिम चरण में, जल्द होगा उद्घाटन
सीपी राधाकृष्णन बने देश के 17वें उपराष्ट्रपति, उपचुनाव में 452 वोट हासिल कर बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 वोटों से हराया
“मुख्यमंत्री फडणवीस के पोस्टरों से रोहित पवार को क्यों हो रहा दर्द?” – बावनकुले का तंज
वैनगंगा-नलगंगा नदी परियोजना का डीपीआर शीघ्र प्रस्तुत करने का निर्देश

एम्स नागपुर भर्ती का फर्जी विज्ञापन सोशल मीडिया पर वायरल, प्रशासन ने दी चेतावनी

एम्स नागपुर भर्ती का फर्जी विज्ञापन सोशल मीडिया पर वायरल, प्रशासन ने दी चेतावनी

एम्स नागपुर के नाम पर सोशल मीडिया पर फर्जी भर्ती विज्ञापन वायरल, प्रशासन ने किया सचेत

नागपुर: सोशल मीडिया पर इन दिनों अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) नागपुर के नाम से विभिन्न पदों की फर्जी भर्तियों के विज्ञापन तेजी से वायरल हो रहे हैं। संस्थान प्रशासन ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए नागरिकों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है।

प्रशासन के मुताबिक, कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा एम्स नागपुर के नाम का दुरुपयोग करते हुए सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन माध्यमों पर नकली भर्ती विज्ञापन प्रसारित किए जा रहे हैं, जिससे आम नागरिक भ्रमित हो रहे हैं और कुछ लोग ठगी का शिकार भी बन रहे हैं।

एम्स नागपुर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि संस्थान में सभी भर्ती प्रक्रियाएँ भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरी पारदर्शिता के साथ की जाती हैं। कोई भी आधिकारिक सूचना केवल एम्स नागपुर की वेबसाइट (www.aiimsnagpur.edu.in) या एम्स दिल्ली के पोर्टल पर ही जारी की जाती है।

नागरिकों से अपील

प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी तरह की भर्ती से जुड़ी सूचना को केवल आधिकारिक स्रोतों से ही सत्यापित करें। सोशल मीडिया पर प्रसारित लिंक या आवेदन फॉर्म पर भरोसा न करें क्योंकि इससे न केवल आर्थिक नुकसान हो सकता है, बल्कि व्यक्तिगत जानकारी की चोरी का भी खतरा है।

संदिग्ध विज्ञापन की जानकारी दें

अगर किसी व्यक्ति को फर्जी भर्ती विज्ञापन प्राप्त होता है या कहीं दिखता है, तो उसे तुरंत नजदीकी पुलिस थाने में इसकी सूचना देनी चाहिए या एम्स नागपुर के आधिकारिक संपर्क माध्यमों पर जानकारी साझा करनी चाहिए:

प्रशासन ने कहा है कि ऐसी धोखाधड़ी को रोकने के लिए आम लोगों की सतर्कता बेहद जरूरी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top