ऑपरेशन थंडर के बाद अब ‘ऑपरेशन शक्ति’, मानव तस्करी रोकने नागपुर पुलिस का नया अभियान शुरू
नागपुर में मानव तस्करी के खिलाफ नागपुर पुलिस का बड़ा अभियान, ‘ऑपरेशन शक्ति’ से होगी तस्करों पर कड़ी नजर और पीड़ितों का पुनर्वास
नागपुर, 26 जुलाई: नागपुर में मानव तस्करी की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर पुलिस ने एक निर्णायक पहल करते हुए ‘ऑपरेशन शक्ति’ नाम से एक विशेष अभियान की शुरुआत की है। इस पहल के माध्यम से न सिर्फ मानव तस्करी में लिप्त अपराधियों पर शिकंजा कसा जाएगा, बल्कि तस्करी से मुक्त कराए गए महिलाओं और बच्चों के पुनर्वास पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की हालिया रिपोर्ट में नागपुर में मानव तस्करी के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह शहर अब तस्करों के नेटवर्क का एक अहम केंद्र बनता जा रहा है। पीड़ितों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जिन्हें जबरन मजदूरी, यौन शोषण और यहां तक कि अवैध अंग व्यापार जैसे अमानवीय कृत्यों में झोंक दिया जाता है।
‘ऑपरेशन शक्ति’ केवल कानून लागू करने की प्रक्रिया तक सीमित नहीं रहेगा। नागपुर पुलिस ने इसे एक समग्र अभियान के रूप में तैयार किया है, जिसमें पीड़ितों के बचाव, सुरक्षा, पुनर्वास और पुनः समाज में सम्मानपूर्वक लौटाने की पूरी योजना शामिल है। इस अभियान का उद्देश्य तस्करी के चक्र को तोड़ना है, ताकि कोई भी पीड़ित दोबारा उसी दुश्चक्र में न फंसे।
इस अभियान की शुरुआत नागपुर पुलिस आयुक्तालय में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान की गई, जिसमें वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनीता सिंगल ने भी शिरकत की। उन्होंने मानव तस्करी पर लगाम कसने के लिए प्रशासन, पुलिस और आम नागरिकों के बीच समन्वय की जरूरत को रेखांकित करते हुए कहा, “यह केवल पुलिस का मामला नहीं है; पूरे समाज को इसमें अपनी भूमिका निभानी होगी। शिक्षा, जागरूकता और सतर्कता ही इस अपराध को जड़ से खत्म कर सकती है।”
नागपुर पुलिस की यह पहल निश्चित ही सराहनीय है, लेकिन मानव तस्करी जैसे संगीन अपराध को रोकने के लिए समाज के हर व्यक्ति को सजग रहना होगा। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तत्काल साझा करें। क्योंकि सतर्क नागरिक ही किसी भी समाज की सबसे बड़ी ताकत होते हैं।
‘ऑपरेशन शक्ति’ के तहत आने वाले दिनों में व्यापक स्तर पर छापेमारी, जागरूकता अभियान और पुनर्वास कार्यक्रम चलाए जाएंगे – जिससे नागपुर को मानव तस्करी मुक्त शहर बनाया जा सके।