कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे पर होगी सख्त कार्रवाई, उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने किया ऐलान
ऑनलाइन गेमिंग विवाद: कृषि मंत्री कोकाटे पर सख्त रुख में अजित पवार, बोले – जल्द लूंगा ठोस फैसला
मुंबई, 25 जुलाई — महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचाने वाले ऑनलाइन रमी विवाद पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अब सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने संकेत दिए हैं कि कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। यह बयान उस वायरल वीडियो के बाद आया है, जिसमें कथित तौर पर कोकाटे को विधान परिषद की कार्यवाही के दौरान मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलते हुए देखा गया था।
गुरुवार को हुई एक बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में अजित पवार ने कहा, “मैंने पहले भी कोकाटे को आगाह किया था कि अगर कोई गलती हुई है, तो उसे दोहराया न जाए। लेकिन अब फिर ऐसी घटना सामने आई है। वे कह रहे हैं कि वे गेम नहीं खेल रहे थे, लेकिन सच्चाई क्या है, यह सामने आना बाकी है। मैं सोमवार को उनसे आमने-सामने बात करूंगा और फिर मुख्यमंत्री से चर्चा कर कोई ठोस फैसला लूंगा।”
कोकाटे से सीधे संवाद के बाद होगी कार्रवाई
पवार ने स्पष्ट किया कि कृषि मंत्री ने अभी तक उनसे व्यक्तिगत रूप से संपर्क नहीं किया है। हालांकि उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना पक्ष रखते हुए आरोपों को खारिज किया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वे सोमवार या मंगलवार को कोकाटे से विस्तृत चर्चा करेंगे। उन्होंने दोहराया कि यदि कोई मंत्री या जनप्रतिनिधि अनुशासनहीनता करता है, तो उस पर कार्रवाई तय है।
पुरानी चेतावनी और अब की नाराज़गी
अजित पवार ने यह भी याद दिलाया कि कोकाटे के साथ पहले भी अनुशासन से जुड़ी घटना सामने आ चुकी है, तब भी उन्होंने व्यक्तिगत रूप से बात कर उन्हें चेताया था। “यह दूसरी बार हो रहा है। ऐसे में अब सिर्फ चेतावनी से काम नहीं चलेगा,” पवार ने दो टूक कहा।
‘भिखारी’ वाले बयान पर भी जताई नाराज़गी
सिर्फ ऑनलाइन गेमिंग ही नहीं, बल्कि कृषि मंत्री द्वारा सरकार को ‘भिखारी’ कहे जाने पर भी अजित पवार ने अप्रसन्नता जताई। उन्होंने कहा कि किसी भी मंत्री या जनप्रतिनिधि को सार्वजनिक मंचों पर बोलते समय भाषा की मर्यादा रखनी चाहिए। “हम खुद पर पाबंदी लगाएंगे या नहीं – यह सोचने का समय आ गया है,” उन्होंने दो टूक कहा।
जांच और जिम्मेदारी तय करने की तैयारी
इस पूरे प्रकरण की विधान परिषद के सभापति और विधानसभा अध्यक्ष द्वारा जांच की जा रही है। अब सभी की निगाहें सोमवार की उस बैठक पर टिकी हैं, जहां अजित पवार और कोकाटे के बीच आमने-सामने संवाद होगा, जिसके बाद इस राजनीतिक विवाद का अगला मोड़ सामने आ सकता है।