वायरल वीडियो पर माणिकराव कोकाटे का स्पष्टीकरण: रमी खेलने से किया इनकार, विपक्ष पर लगाया साजिश का आरोप
विधानसभा में रमी गेम खेलने के वीडियो पर बोले कृषि मंत्री कोकाटे: “मैं यूट्यूब देख रहा था, विज्ञापन को मुद्दा बनाया जा रहा है”
मुंबई: महाराष्ट्र विधानमंडल के मानसून सत्र के समापन के बाद कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे एक बार फिर विवादों के केंद्र में आ गए हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें कोकाटे विधानसभा में मोबाइल पर रमी गेम खेलते हुए नजर आ रहे हैं। यह वीडियो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के विधायक रोहित पवार ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया था। इसके बाद विपक्ष ने मंत्री पर तीखे हमले किए।
अब माणिकराव कोकाटे ने खुद सामने आकर पूरे मामले पर सफाई दी है और विपक्ष पर सियासी साजिश का आरोप लगाया है। कोकाटे का कहना है कि वीडियो को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और वह किसी भी गेम में लिप्त नहीं थे।
उन्होंने स्पष्ट किया, “मैं विधान परिषद की कार्यवाही में मौजूद था और कुछ समय के लिए सदन स्थगित हो गया था। इस दौरान मैं यूट्यूब पर निचले सदन की कार्यवाही देखने गया। वीडियो शुरू होते ही एक विज्ञापन चला — जो रमी गेम का था। मैंने तुरंत उसे स्किप कर दिया, लेकिन वायरल करने वालों ने वही 18 सेकंड का हिस्सा उठाकर भ्रम फैलाया।”
कोकाटे ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वह हमेशा व्यक्तिगत आलोचना का शिकार बनते हैं — कभी उनके कपड़ों को लेकर, तो कभी बयानों को लेकर। “मगर मेरे काम की पारदर्शिता और किसानों के हित में उठाए गए कदमों पर कोई बात नहीं होती,” उन्होंने कहा।
इस बीच यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि वीडियो किसी सत्ताधारी दल के व्यक्ति ने बनाया होगा। इस पर कोकाटे ने कहा कि उन्हें वीडियो बनाए जाने से कोई ऐतराज नहीं, लेकिन इसे तोड़कर पेश कर बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने पलटवार करते हुए रोहित पवार से पूछा, “कृषि क्षेत्र के लिए आपने क्या किया है? सिर्फ सोशल मीडिया पर आरोप लगाने से किसानों की मदद नहीं होती।”
अंत में कोकाटे ने यह भी जोड़ा कि यूट्यूब पर वीडियो देखने पर अक्सर रमी या अन्य गेम के विज्ञापन आते हैं। “हो सकता है, रोहित पवार को भी ऐसे विज्ञापन दिखते हों, लेकिन समझदारी इसी में है कि हम किस चीज़ को नजरअंदाज करें और किसे नहीं,” उन्होंने कहा।
इस विवाद ने विधानसभा के बाहर राजनीतिक गरमाहट बढ़ा दी है और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सत्ता और विपक्ष के बीच और तकरार देखने को मिल सकती है।