Nagpur Monsoon Havoc: पहली बारिश में शहर बेहाल, कई इलाकों में पेड़ गिरे, 32.2 मिमी वर्षा दर्ज
नागपुर में पहली ही बारिश से शहर की बिगड़ी तस्वीर, कई इलाकों में पेड़ गिरे, जलजमाव से नागरिक परेशान
नागपुर, 26 जून – शहर में बुधवार रात हुई पहली मूसलधार बारिश ने नगर प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, नागपुर में 32.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। हालांकि यह मात्रा बहुत अधिक नहीं थी, लेकिन इसके बावजूद शहर में कई जगहों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम और पेड़ गिरने की घटनाएं देखने को मिलीं।
बारिश की शुरुआत शाम को हुई और देर रात तक रुक-रुक कर होती रही। तेज हवाओं के साथ आई इस बारिश में कई पुराने और जर्जर पेड़ उखड़कर सड़कों पर गिर पड़े। झिंगाबाई टाकली, नरेंद्र नगर, वर्धा रोड, नंदनवन, सदर, मेडिकल चौक और त्रिमूर्ति नगर जैसे इलाकों में पेड़ों के गिरने की खबरें आईं। इन घटनाओं के बाद फायर ब्रिगेड और बचाव दलों को तुरंत मौके पर भेजा गया, जिन्होंने सड़कों से पेड़ों को हटाने का काम शुरू किया।
शहर के निचले इलाकों में बारिश का पानी सड़कों पर भर गया, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर नालों का गंदा पानी सड़कों पर बहने लगा, जिससे यातायात बाधित हुआ और वाहन चालकों व राहगीरों को पानी में फंसकर निकलना पड़ा।
स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि हर साल मानसून से पहले नालों की सफाई का दावा किया जाता है, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही है। बारिश के कुछ घंटों में ही यह दावे खोखले साबित हो गए।
इस आपात स्थिति को देखते हुए नागपुर मनपा और आपदा प्रबंधन विभाग को सतर्क कर दिया गया है। फायर ब्रिगेड, ट्रैफिक पुलिस और बिजली विभाग को मिलकर राहत कार्यों को अंजाम देने के निर्देश जारी किए गए हैं।
इस बीच मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए नागपुर और विदर्भ क्षेत्र में मध्यम से भारी बारिश की संभावना जताई है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह बारिश मानसून की शुरुआती दस्तक है, लेकिन यदि तैयारियां समय रहते पूरी नहीं की गईं तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।