अकोला: जिले में मूसलधार बारिश से प्याज, ज्वार, तिल, नींबू और आम की फसलों को भारी नुकसान
अकोला जिले में तेज बारिश और तूफान से फसलों को भारी नुकसान, पशुधन की भी गई जान
अकोला: बुधवार की दोपहर अकोला जिले में मौसम ने अचानक करवट ली और तेज आंधी-तूफान के साथ हुई मूसलधार बारिश ने खेती को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया। अकोला शहर सहित बालापुर, पातुर, बार्शीटाकली तहसीलों में करीब एक घंटे तक बारिश का जोर रहा, जिससे प्याज, रबी ज्वार, तिल, नींबू और आम जैसी फसलें प्रभावित हुईं।
बालापुर में सबसे अधिक प्रभाव:
दोपहर करीब साढ़े तीन से साढ़े चार बजे तक बालापुर तहसील में तेज बारिश हुई, जिससे सड़कों पर पानी भर गया और स्थानीय नदी-नालों में उफान आ गया। खेतों में पानी भर जाने के कारण खड़ी फसलें खराब हो गईं।
वाडेगांव में ओलावृष्टि और नुकसान:
वाडेगांव गांव में तेज बारिश के साथ ओले गिरने से न केवल फसलों को क्षति पहुंची बल्कि गोदामों में रखा हुआ भंडारित प्याज भी भीग गया। तेज हवाओं के कारण कई खेतों में बने गोदामों की छतें उड़ गईं। किसान राजेंद्र घाटोल की दस एकड़ की प्याज उपज को नुकसान पहुंचा है क्योंकि गोदाम का कवच उड़ जाने से सारा प्याज पानी में भीग गया।
पशुधन को भी नुकसान:
बारिश के साथ गिरे बिजली के कारण गोलेगांव शिवार में एक गाय की, चोंडी में एक बैल की और शिरला में गौशाला की छत गिरने से एक भैंस की मौत हो गई।
किसानों में मिला-जुला रुख:
हालांकि बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है, फिर भी बालापुर और पातुर तालुका के कुछ किसानों ने इसे राहत के रूप में देखा है, क्योंकि लंबे समय से बारिश का इंतजार किया जा रहा था।
इस असमय और तीव्र मौसमी बदलाव ने एक ओर जहां खेतों को नुकसान पहुंचाया, वहीं दूसरी ओर किसानों को फसलों की सुरक्षा और भंडारण के प्रति नई चुनौतियों का भी एहसास कराया है। प्रशासन द्वारा क्षति का आकलन किया जा रहा है और राहत कार्यों की तैयारी की जा रही है।