नागपुर: 84 साल पुराने पेड़ का सफल प्रत्यारोपण, पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मनपा का अनोखा प्रयास
नागपुर में 84 साल पुराने पीपल के पेड़ का सफल प्रत्यारोपण, मनपा का पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अभिनव कदम
नागपुर, 10 जून। हरित शहर की ओर एक और बड़ा कदम बढ़ाते हुए नागपुर महानगरपालिका (मनपा) ने सोमवार को एक 84 साल पुराने पीपल के पेड़ का सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण कर पर्यावरण संरक्षण में उल्लेखनीय पहल की है। यह कार्य अत्याधुनिक ‘ट्री ट्रांसप्लांटर मशीन’ की मदद से किया गया, जिसे मनपा ने हाल ही में पर्यावरणीय प्रबंधन के तहत खरीदा है।
पेड़ का प्रत्यारोपण भांडे प्लॉट चौक स्थित शीतला माता मंदिर के पास से किया गया, जहां फ्लाईओवर निर्माण के कारण यह पेड़ यातायात में बाधा बन रहा था। करीब 30 फीट ऊंचे इस विशाल पीपल को जमीन से सावधानीपूर्वक हटाकर दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया गया। इस प्रक्रिया में पेड़ की जड़ों और तने को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
इस मौके पर मनपा आयुक्त एवं प्रशासक डॉ. अभिजीत चौधरी, अपर आयुक्त वैष्णवी बी. और उद्यान विभाग के उपायुक्त गणेश राठौड़ उपस्थित थे। पेड़ को सफलतापूर्वक स्थानांतरित करने वाली यह मशीन महाराष्ट्र में केवल दो नगर निगमों — ठाणे और नागपुर — के पास है।
विशेषताएं और प्रक्रिया
पेड़ को स्थानांतरित करने के लिए पहले जेसीबी मशीन की मदद से उसके आसपास गड्ढा खोदा गया। इसके बाद ट्री ट्रांसप्लांटर मशीन द्वारा पेड़ को पूरी सावधानी से उखाड़कर नए स्थान पर लगाया गया। यह मशीन रिमोट कंट्रोल से संचालित होती है और इसमें 1600 लीटर की पानी की टंकी लगी होती है, जो प्रक्रिया के दौरान जड़ों को नमी प्रदान करती है, ताकि पेड़ की जीवनशक्ति बनी रहे।
इस परियोजना के लिए जिला योजना निधि से 5.47 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है और मशीन को क्षेत्रीय परिवहन विभाग से वाहन क्रमांक भी प्राप्त हो चुका है।
हरित नागपुर की दिशा में मील का पत्थर
फ्लाईओवर निर्माण जैसी विकासात्मक परियोजनाओं के दौरान पेड़ों की बलि चढ़ने की घटनाएं आम होती हैं, लेकिन नागपुर मनपा का यह कदम इस बात का उदाहरण है कि तकनीक की मदद से विकास और पर्यावरण संरक्षण एक साथ संभव हैं।
इस अभिनव प्रयोग से न केवल हेरिटेज पेड़ों को बचाने का रास्ता खुला है, बल्कि यह पहल अन्य शहरों के लिए भी प्रेरणा बन सकती है।