लालपरी के दिन बहुरे: राज्य सरकार ने खरीदी 3000 नई बसें, 2016 के बाद पहली बार बेड़े में हो रही शामिल
लालपरी के नए युग की शुरुआत: राज्य सरकार ने खरीदी 3000 आधुनिक बसें, 2016 के बाद पहली बार बढ़ा एसटी बेड़ा
नागपुर: ‘एसटी है’ के नारे के साथ गांव-गांव दौड़ने वाली लालपरी अब नए रंग-रूप में नजर आएगी। बीते नौ वर्षों के लंबे इंतजार के बाद महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल (एसटी) के बेड़े में 3000 नई और अत्याधुनिक बसें शामिल की जा रही हैं। इन बसों की शुरुआत आषाढ़ी वारी के मौके पर हो रही है, जिससे पंढरपुर जाने वाले श्रद्धालु अब सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा का अनुभव कर सकेंगे।
2016 के बाद पहली बार एसटी बेड़े में इतनी बड़ी संख्या में बसें शामिल हो रही हैं। पहले हर साल त्योहारों और खास मौकों से पहले नई बसें जोड़ी जाती थीं, लेकिन पिछले कई वर्षों से यह प्रक्रिया ठप पड़ी थी। इस कारण यात्रियों को पुरानी और जर्जर बसों में ही यात्रा करनी पड़ रही थी। खासकर वारी और दिवाली जैसे अवसरों पर यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ता था।
वारकरों को मिलेगा नया सफर अनुभव
इस साल वारी के लिए राज्य भर से 2000 बसें चलाई जाएंगी, जिनमें बड़ी संख्या में ये नई लालपरियां शामिल होंगी। पुणे मंडल से अब तक 65 नई बसें जोड़ी जा चुकी हैं, और अगले महीने और भी कई बसें जुड़ने वाली हैं। राज्य के अलग-अलग डिपो में इन बसों का समावेश तेजी से किया जा रहा है। अब तक करीब 1500 बसें शामिल की जा चुकी हैं, और जुलाई तक एक हजार नई बसें और जुड़ेंगी।
नई बसें, नई सुविधाएं
इन आधुनिक बसों को यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। तीन गुणा दो की सीटिंग व्यवस्था वाली इन बसों में डिजिटल डैशबोर्ड, इंजन में सेंसर, चार्जिंग पोर्ट, कैमरे और कंप्यूटर सिस्टम जैसी सुविधाएं दी गई हैं। ये बसें किसी पारंपरिक चेसिस पर नहीं, बल्कि नई तकनीक से तैयार की गई हैं, जो इन्हें ज्यादा टिकाऊ और आरामदायक बनाती हैं।
निष्कर्ष:
नई बसों के शामिल होने से एसटी सेवा में न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि लालपरी की छवि को भी एक नया रूप मिलेगा। वारी के इस पावन अवसर पर यात्रियों को आधुनिक तकनीक से सजी नई लालपरी में यात्रा करने का सुखद अनुभव मिलेगा।