“सिर में गोली खा लेंगे, लेकिन कलमा नहीं पढ़ेंगे” — भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में बोलीं नवनीत राणा
अमरावती में नवनीत राणा का विवादित बयान: “कलमा नहीं पढ़ेंगे, सिर में गोली खा लेंगे”
अमरावती, महाराष्ट्र – शनिवार को भाजपा द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व सांसद नवनीत राणा ने एक बार फिर अपने तीखे और विवादित बयानों से सियासी हलचल मचा दी। कार्यक्रम में उन्होंने दावा किया कि देश में “गीता बनाम कलमा” का संघर्ष चल रहा है और यह भी कहा कि वे सिर पर गोली खा लेंगे लेकिन “कलमा नहीं पढ़ेंगे”।
यह बयान अमरावती में भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के लिए आयोजित सम्मेलन में दिया गया, जिसमें महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष और राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले भी मौजूद थे। राणा ने इस मौके पर “ऑपरेशन सिद्धूर” का उल्लेख करते हुए कहा कि इस अभियान के जरिए आतंकवादियों को करारा जवाब दिया गया।
नवनीत राणा ने अपने भाषण में कहा, “जब अमरावती में दंगे हुए, तब सबसे ज्यादा नुकसान हिंदू समुदाय को हुआ। हमारी बस्तियों में एक-एक बेटा है, जबकि दूसरी तरफ भीड़ का शासन है। लेकिन वे यह न भूलें कि हमारे लोग सौ से ज्यादा हैं।”
उन्होंने बकरीद के मौके पर कुछ बस्तियों में गाय के बछड़े काटे जाने का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की। राणा ने चंद्रशेखर बावनकुले से प्रशासन को निर्देश देने की अपील की और कहा कि हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता इस बार बकरीद पर पैनी निगरानी रखेंगे।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राणा ने कहा कि जब भाजपा ने तिरंगा यात्रा निकाली, तो कांग्रेस नेता उससे दूर रहे। “उन्हें अब भी पाकिस्तान से मोहब्बत है,” उन्होंने आरोप लगाया।
नवनीत राणा का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब देश में धार्मिक और सामाजिक सौहार्द को लेकर लगातार बहस चल रही है। उनके बयान को लेकर विपक्षी दलों और नागरिक संगठनों की प्रतिक्रियाएं सामने आ सकती हैं।