पंधान रास्ते निर्माण में अपनाया जाएगा नागपुर पैटर्न, बावनकुले बोले – दो हेक्टेयर भूमि वाले किसानों को भी मिलेगी मुआवज़ा राशि
असमय बारिश से फसलों को भारी नुकसान, सरकार देगी राहत — राजस्व मंत्री बावनकुले बोले: दो हेक्टेयर वाले किसानों को भी मिलेगा मुआवजा
नागपुर: महाराष्ट्र में इस साल समय से पहले बरसे मानसून ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मई महीने में हुई असमय बारिश ने विदर्भ सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी नुकसान पहुंचाया है। इस स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने तत्काल राहत देने की घोषणा की है।
राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने शनिवार को नागपुर में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सरकार ने प्रारंभिक रूप से प्रत्येक प्रभावित किसान को 10,000 रुपये मुआवजा देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि जल्द ही राज्य कैबिनेट की बैठक में पूरे नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी और उसके आधार पर अगला कदम उठाया जाएगा।
बावनकुले ने कहा, “राज्य में सामान्यतः 15 जून के बाद मानसून आता है, लेकिन इस बार मई में ही बारिश ने किसानों की कमर तोड़ दी। नुकसान का पंचनामा कराने के आदेश दिए जा चुके हैं और प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण जारी है।”
राजस्व मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इस बार दो हेक्टेयर भूमि वाले किसानों को भी नुकसान भरपाई मिलेगी। पहले यह सीमा तीन हेक्टेयर तक थी, लेकिन सरकार ने किसानों की व्यापक मदद के उद्देश्य से इसे घटाकर दो हेक्टेयर कर दिया है।
बावनकुले ने कहा, “मुख्यमंत्री ने इस विषय को कैबिनेट में सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। केंद्र और राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन नियमों के तहत प्रभावितों को मदद दी जाएगी। राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है और हरसंभव सहायता दी जाएगी।”
राज्य सरकार की इस घोषणा से प्रभावित किसानों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद जगी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि समीक्षा के बाद त्वरित सहायता दी गई तो खेती के अगले सीजन को बचाया जा सकता है।