Headline
“सिर में गोली खा लेंगे, लेकिन कलमा नहीं पढ़ेंगे” — भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में बोलीं नवनीत राणा
चंद्रपुर: ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व का सफारी पर्यटन संकट में, जंगली हाथी की आमद से वन विभाग अलर्ट
नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करे प्रशासन: पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले
गोंदिया: छह वर्षीय बच्ची पर तेंदुए का हमला, गंभीर रूप से घायल; अर्जुनी/मोरगांव तहसील के गोठनगांव की घटना
अमरावती: तहसील कृषि अधिकारी ने कृषि केंद्र संचालकों को दी चेतावनी, बीज खरीदते समय किसानों को परेशान किया तो होगी सख्त कार्रवाई
राज्य में मानसून की गति धीमी, तापमान में वृद्धि; मौसम विभाग ने किसानों से की खास अपील
कांग्रेस 65 साल में किसानों के लिए कुछ नहीं कर पाई: बावनकुले बोले, खाली बैठे नेता राजनीतिक रोटियां सेंकने निकल रहे हैं यात्रा पर
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल में महाप्रबंधक और सांसदों की बैठक, रेल विकास, यात्री सुविधाओं और नागरिक समस्याओं पर हुई चर्चा
नागपुर सेंट्रल जेल में नए फांसी यार्ड का निर्माण, एक साथ दो दोषियों को दी जा सकेगी सजा-ए-मौत

भंडारा: फर्जी खाद खरीद घोटाले में तीन पर मामला दर्ज, मार्केट कमेटी सचिव गिरफ्तार; कंपनी मालिक और वितरक फरार

भंडारा: फर्जी खाद खरीद घोटाले में तीन पर मामला दर्ज, मार्केट कमेटी सचिव गिरफ्तार; कंपनी मालिक और वितरक फरार

भंडारा: लाखनी मंडी समिति में फर्जी खाद का भंडाफोड़, सचिव गिरफ्तार; कंपनी मालिक और वितरक फरार

भंडारा, 30 मई — जिले के लाखनी कृषि उपज मंडी समिति के कृषि केंद्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए कृषि विभाग ने 129 मीट्रिक टन फर्जी खाद जब्त की है। जांच में गुणवत्ता मानकों पर खरी न उतरने के बाद यह खाद नकली घोषित की गई, जिसके बाद संबंधित कृषि केंद्र के सचिव को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, इस घोटाले में शामिल बताए जा रहे कंपनी मालिक और वितरक अब भी फरार हैं।

मामला तब सामने आया जब ‘ब्रह्मास्त्र’ नामक खाद के 821 बैग किसानों को बेचे गए और शेष भंडारण की जांच के लिए कृषि विभाग की टीम ने निरीक्षण किया। संदेह के आधार पर खाद के नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए, जहां रिपोर्ट में इसकी गुणवत्ता निम्न पाई गई।

गुणवत्ता नियंत्रण अधिकारी विजय हुमने ने इसकी शिकायत लाखनी पुलिस थाने में दर्ज कराई, जिसके आधार पर तीन लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज हुआ है। खाद की आपूर्ति करने वाली कंपनी गुजरात के भावनगर की बताई जा रही है, जबकि वितरक नागपुर से है। पुलिस दोनों की तलाश में जुटी हुई है।

क्योंकि यह कृषि केंद्र मंडी समिति के अंतर्गत आता है और लाइसेंस सचिव के नाम पर जारी था, इसलिए सचिव को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, मामले में अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या यह खरीदारी संचालक मंडल की जानकारी और अनुमति के बिना की गई थी? यदि नहीं, तो इस घोटाले की जड़ें और गहरी हो सकती हैं और आगे और भी नाम सामने आने की संभावना है।

फर्जी खाद से किसानों की फसलों पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है। कृषि विभाग और पुलिस मामले की विस्तृत जांच में जुटी है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि दोषियों को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top