Headline
राक्षस पिता की हैवानियत: अंढेरा में दो जुड़वां बच्चियों की हत्या, सड़ी-गली लाशें बरामद
ओबीसी महासंघ अध्यक्ष बबनराव तायवाड़े ने डॉक्टर आत्महत्या मामले पर दुख व्यक्त किया, SIT गठित कर जांच की मांग की
BJP विधायक फुके का ‘कमीशन’ बम: भंडारा नगर परिषद में करोड़ों के घोटाले का दावा
मुख्यमंत्री फडणवीस का ऑपरेशन क्लीनअप: अवैध बांग्लादेशियों की ब्लैकलिस्ट तैयार, फर्जी दस्तावेज़ होंगे रद्द
उपराजधानी नागपुर में बेमौसम बारिश की दस्तक; सुबह से जारी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने 28 अक्टूबर तक येलो अलर्ट जारी किया
नागपुर: भाई दूज मनाने जा रहे पिता-पुत्री की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, खापरी मार्ग पर हुई दुर्घटना
धंतोली पुलिस की बड़ी कार्रवाई: एमडी पाउडर के साथ तीन आरोपी गिरफ्तार, ₹8.73 लाख का माल जब्त
काछीपुरा में BKC की तर्ज़ पर बनेगा भव्य व्यावसायिक केंद्र; नितिन गडकरी ने 20 अंतरराष्ट्रीय मार्केट और 4 स्पोर्ट्स सेंटर की घोषणा की
उपराजधानी नागपुर में मौसम का मिजाज बदला, शाम को झमाझम बारिश से गर्मी से मिली राहत

भंडारा: तहसीलदार के आदेश पर शुरू हुई पंचनामा कार्रवाई, बेमौसम बारिश से धान की फसल बर्बाद

भंडारा: तहसीलदार के आदेश पर शुरू हुई पंचनामा कार्रवाई, बेमौसम बारिश से धान की फसल बर्बाद

भंडारा: पवनी तहसील में बेमौसम बारिश से धान की फसल बर्बाद, तहसीलदार के आदेश पर पंचनामा कार्रवाई शुरू

भंडारा, 30 मई — पवनी तहसील में 26 और 27 मई को हुई मूसलाधार बारिश ने किसानों की धान की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। तहसीलदार महेंद्र सोनावणे ने इस स्थिति को देखते हुए गांव तलाठी, ग्राम सेवक और कृषि सहायकों को बेमौसम बारिश और तूफान से हुई फसलों के नुकसान का पंचनामा तुरंत करने के निर्देश दिए। सभी कर्मचारियों ने तहसीलदार के आदेश पर तुरंत कार्रवाई शुरू कर दी है।

सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र अड्याल में जाकर प्रभावित किसानों के खेतों का विस्तृत पंचनामा तैयार किया जा रहा है। कुछ खेतों में धान पहले ही अंकुरित हो चुका है, जबकि कई जगहों पर धान की फसल अभी खेतों में ही पड़ी है। तहसील कृषि अधिकारी घोगरे ने भी किसानों से अपील की है कि वे पंचनामा और फसल निरीक्षण में अधिकारियों की पूरी सहायता करें ताकि नुकसान का सही आंकलन हो सके।

किसानों ने अपनी गंभीर स्थिति अधिकारियों के सामने रखी है और बताया कि बेमौसम बारिश से फसलें पूरी तरह तबाह हो गई हैं। कई किसानों ने बारिश के कारण थ्रेसिंग के लिए सामान्य से कई गुना अधिक खर्चा करना पड़ा है, जिससे वे आर्थिक रूप से दबाव में हैं। किसानों ने यह भी कहा कि अड्याल क्षेत्र में बेमौसम बारिश केवल दो दिनों तक नहीं, बल्कि कई बार हुई, जिससे नुकसान और बढ़ गया।

इस दौरान प्रभावित किसानों ने फसल निरीक्षण के लिए निर्धारित केवल दो दिनों की अवधि को कम बताया है और अधिकारियों से मांग की है कि निरीक्षण के दिन बढ़ाए जाएं, क्योंकि इतने कम दिनों में सभी प्रभावित किसानों की फसल का सही निरीक्षण करना संभव नहीं है। किसानों की मदद और उचित मुआवजे के लिए अधिकारियों की ओर से जल्द ही आवश्यक कदम उठाने की उम्मीद है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top