बुलढाणा जिल्ह्यात पोलीस अधीक्षक बदलले; स्थानिक कर्मचाऱ्यांमध्ये संभ्रम
बुलढाणा जिल्ह्यात पोलीस अधीक्षक म्हणून श्री. विश्व पानसरे यांची नियुक्ती करण्यात आली आहे. काही महिन्यांपूर्वी झालेल्या वरिष्ठ पोलीस अधिकाऱ्यांच्या बदल्यांमध्ये त्यांचा समावेश होता, ज्यात ते जळगाव येथील उपविभागीय पोलिस अधिकारी (डीवायएसपी) होते. मात्र, स्थानिक पोलीस दलाच्या अधिकृत संकेतस्थळावर अद्याप त्यांचे नाव अद्यतनित झालेले नाही, ज्यामुळे कर्मचाऱ्यांमध्ये संभ्रम निर्माण झाला आहे.(The Batmiwala, Kesariraj)
श्री. पानसरे यांनी आपल्या कार्यकाळात कायदा व सुव्यवस्थेच्या बाबतीत महत्त्वपूर्ण योगदान दिले आहे. उदाहरणार्थ, चिखली विधानसभा मतदारसंघातील 2024 च्या निवडणुकीदरम्यान अवैध दारू विक्री आणि मतदारांवर प्रभाव टाकण्याच्या उद्देशाने जप्त केलेल्या रकमेची माहिती त्यांनी प्रसिध्द केली होती. याशिवाय, स्थानिक गुन्हे शाखेच्या माध्यमातून हरवलेले 382 मोबाईल शोधून त्यांच्या मूळ मालकांना परत करण्यात आले होते.(Kesariraj, khabarbatnews.com, The Batmiwala)
स्थानिक पोलीस दलाच्या अधिकृत संकेतस्थळावर अद्यतन न झाल्यामुळे कर्मचाऱ्यांमध्ये असमंजसता असून, लवकरच याबाबत स्पष्टता येण्याची अपेक्षा आहे.
बुलढाणा, 30 मई: जिले में आज सुबह से ही पुलिस विभाग में एक असामान्य स्थिति देखने को मिली जब दो अधिकारियों ने एक ही पद की जिम्मेदारी संभालने की कोशिश की। यह घटना उस वक्त हुई जब स्थानांतरित पुलिस अधीक्षक विश्व पानसरे ने केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (कैट) से अपने तबादले पर स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया और सीधे जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर अपनी कुर्सी फिर से संभाल ली।
गौरतलब है कि 22 मई को विश्व पानसरे का तबादला कर उन्हें अमरावती स्थित राज्य रिजर्व पुलिस बल का निदेशक नियुक्त किया गया था। उनके स्थान पर नागपुर अपराध जांच विभाग के वरिष्ठ अधिकारी नीलेश तांबे को बुलढाणा जिले का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया था। तांबे ने औपचारिक रूप से पदभार भी ग्रहण कर लिया था।
हालांकि, पानसरे ने कैट में यह याचिका दायर की कि उनका तबादला कार्यकाल पूरा होने से पहले ही कर दिया गया, जिसे कैट ने प्राथमिक रूप से स्वीकार करते हुए तबादले पर 9 जून तक रोक लगा दी। इसके बाद आज सुबह 7:30 बजे पानसरे अचानक जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और पदभार दोबारा संभाल लिया।
इसी दौरान, नवनियुक्त एसपी नीलेश तांबे भी कार्यालय पहुंचे लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए वे फिलहाल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बैठ रहे हैं।
इस दोहरे पदभार ने जिले में अफसरों, कर्मचारियों और आम जनता के बीच भारी असमंजस पैदा कर दिया है। किसी को स्पष्ट रूप से यह नहीं पता कि जिले का वास्तविक पुलिस अधीक्षक कौन है। दोनों अधिकारियों की उपस्थिति के चलते पूरा पुलिस महकमा असमंजस में है, और अभी तक किसी वरिष्ठ अधिकारी या मंत्रालय की ओर से कोई औपचारिक दिशा-निर्देश नहीं जारी किए गए हैं।
इस संबंध में विश्व पानसरे ने केवल इतना कहा कि वे मेडिकल अवकाश पर थे और आज ड्यूटी पर लौटे हैं। वहीं नीलेश तांबे या अन्य किसी अधिकारी ने फिलहाल मीडिया से बात करने से इनकार किया है।
स्थिति अब राज्य सरकार और गृह विभाग के हस्तक्षेप की ओर इशारा कर रही है, जिससे आने वाले दिनों में स्थिति स्पष्ट हो सके। तब तक, बुलढाणा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दो प्रमुख अधिकारियों की उपस्थिति एक असामान्य और अभूतपूर्व स्थिति बनी हुई है।