Headline
“सिर में गोली खा लेंगे, लेकिन कलमा नहीं पढ़ेंगे” — भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में बोलीं नवनीत राणा
चंद्रपुर: ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व का सफारी पर्यटन संकट में, जंगली हाथी की आमद से वन विभाग अलर्ट
नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करे प्रशासन: पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले
गोंदिया: छह वर्षीय बच्ची पर तेंदुए का हमला, गंभीर रूप से घायल; अर्जुनी/मोरगांव तहसील के गोठनगांव की घटना
अमरावती: तहसील कृषि अधिकारी ने कृषि केंद्र संचालकों को दी चेतावनी, बीज खरीदते समय किसानों को परेशान किया तो होगी सख्त कार्रवाई
राज्य में मानसून की गति धीमी, तापमान में वृद्धि; मौसम विभाग ने किसानों से की खास अपील
कांग्रेस 65 साल में किसानों के लिए कुछ नहीं कर पाई: बावनकुले बोले, खाली बैठे नेता राजनीतिक रोटियां सेंकने निकल रहे हैं यात्रा पर
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल में महाप्रबंधक और सांसदों की बैठक, रेल विकास, यात्री सुविधाओं और नागरिक समस्याओं पर हुई चर्चा
नागपुर सेंट्रल जेल में नए फांसी यार्ड का निर्माण, एक साथ दो दोषियों को दी जा सकेगी सजा-ए-मौत

नागपुर: नागरिकों की खून-पसीने की कमाई डूबी, धोखाधड़ी का मामला दर्ज, पुलिस ने शुरू की जांच

नागपुर: नागरिकों की खून-पसीने की कमाई डूबी, धोखाधड़ी का मामला दर्ज, पुलिस ने शुरू की जांच

नागपुर: इंदौरा की सहकारी पत संस्था में साढ़े चार करोड़ का घोटाला उजागर, 21 के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज

नागपुर, 30 मई — शहर के इंदौरा इलाके में स्थित उत्थान नागरी सहकारी पत संस्था में करोड़ों रुपये के वित्तीय घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसने निवेशकों को हिला कर रख दिया है। संस्था के अध्यक्ष महेंद्र जनार्दन राऊत और संचालक मंडल के 20 अन्य सदस्यों सहित कुल 21 लोगों के खिलाफ जरीपटका पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।

यह कार्रवाई विशेष लेखा परीक्षक नारायण गाधेकर की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। रिपोर्ट में बताया गया कि वर्ष 2019 से 2023 के बीच संस्था द्वारा एफडी और बचत योजनाओं के नाम पर आम नागरिकों से बड़ी रकम जमा करवाई गई। लेकिन नियमानुसार इन निवेशकों को पैसे लौटाए नहीं गए, जिससे वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा हुआ।

जांच में सामने आया कि संस्था के पदाधिकारियों ने एजेंटों की मदद से लोगों का विश्वास जीतकर करोड़ों की रकम जमा करवाई, फिर उसका इस्तेमाल संस्था की बजाए निजी लाभ के लिए किया गया। समय पर राशि वापस न मिलने पर निवेशकों ने संबंधित विभागों से शिकायत की, जिसके बाद विशेष लेखा जांच के आदेश दिए गए।

पुलिस अब इस घोटाले से जुड़े दस्तावेजी साक्ष्य एकत्र कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तेज कर दी गई है। इस वित्तीय फर्जीवाड़े से प्रभावित सैकड़ों निवेशकों में भारी आक्रोश है। वे प्रशासन से दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर उनकी मेहनत की कमाई वापस दिलाने की मांग कर रहे हैं।

यह मामला नागपुर के सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में सबसे बड़े घोटालों में से एक माना जा रहा है, जिससे नागरिकों के भरोसे को गहरा आघात पहुंचा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top