Headline
“सिर में गोली खा लेंगे, लेकिन कलमा नहीं पढ़ेंगे” — भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में बोलीं नवनीत राणा
चंद्रपुर: ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व का सफारी पर्यटन संकट में, जंगली हाथी की आमद से वन विभाग अलर्ट
नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करे प्रशासन: पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले
गोंदिया: छह वर्षीय बच्ची पर तेंदुए का हमला, गंभीर रूप से घायल; अर्जुनी/मोरगांव तहसील के गोठनगांव की घटना
अमरावती: तहसील कृषि अधिकारी ने कृषि केंद्र संचालकों को दी चेतावनी, बीज खरीदते समय किसानों को परेशान किया तो होगी सख्त कार्रवाई
राज्य में मानसून की गति धीमी, तापमान में वृद्धि; मौसम विभाग ने किसानों से की खास अपील
कांग्रेस 65 साल में किसानों के लिए कुछ नहीं कर पाई: बावनकुले बोले, खाली बैठे नेता राजनीतिक रोटियां सेंकने निकल रहे हैं यात्रा पर
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल में महाप्रबंधक और सांसदों की बैठक, रेल विकास, यात्री सुविधाओं और नागरिक समस्याओं पर हुई चर्चा
नागपुर सेंट्रल जेल में नए फांसी यार्ड का निर्माण, एक साथ दो दोषियों को दी जा सकेगी सजा-ए-मौत

FDI में महाराष्ट्र सबसे आगे, देश के कुल निवेश का 40% राज्य में; डिप्टी CM फडणवीस ने जताई खुशी

FDI में महाराष्ट्र सबसे आगे, देश के कुल निवेश का 40% राज्य में; डिप्टी CM फडणवीस ने जताई खुशी

महाराष्ट्र बना विदेशी निवेश का केंद्र, FDI में देशभर का 40% हिस्सा राज्य को मिला; फडणवीस और अजित पवार ने जताई खुशी

मुंबई: विदेशी निवेश के मोर्चे पर महाराष्ट्र ने एक बार फिर बाजी मार ली है। वित्त वर्ष 2024-25 के आंकड़ों के अनुसार, देश में आए कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) का 40 प्रतिशत हिस्सा अकेले महाराष्ट्र को प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए राज्य की जनता और उद्योग नीति को इसका श्रेय दिया है।

मुख्यमंत्री फडणवीस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए बताया कि इस वित्तीय वर्ष में महाराष्ट्र ने 1,64,875 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश आकर्षित किया है। जबकि पूरे देश में कुल निवेश 4,21,929 करोड़ रुपये रहा। उन्होंने इसे राज्य की मजबूत नीतियों, पारदर्शी शासन और उद्योग समर्थक माहौल का परिणाम बताया।

उन्होंने कहा, “यह केवल निवेश का आंकड़ा नहीं, बल्कि महाराष्ट्र पर वैश्विक निवेशकों के भरोसे का प्रमाण है। हमने पहले 9 महीनों में ही पिछली सारी सीमाएं पार कर ली थीं। अब यह साल पिछले 10 वर्षों में सबसे सफल साबित हुआ है।”

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “महाराष्ट्र में इस बार पिछले वर्ष की तुलना में 32% अधिक निवेश आया है। यह सिर्फ आर्थिक तरक्की का संकेत नहीं, बल्कि राज्य में बढ़ते औद्योगिक अवसरों और रोजगार के संकेत भी हैं। इससे स्पष्ट होता है कि महाराष्ट्र अब भी निवेशकों की पहली पसंद बना हुआ है।”

फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार के सहयोग की भी सराहना की और कहा कि राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से ही यह बड़ी सफलता हासिल हुई है। उन्होंने भरोसा जताया कि इसी गति से आगे बढ़ते हुए महाराष्ट्र आने वाले वर्षों में देश की आर्थिक राजधानी की भूमिका और भी मजबूत करेगा।

निवेश का लाभ:

  • नए उद्योगों की स्थापना से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
  • अवसंरचना विकास को मिलेगा नया बल
  • महाराष्ट्र की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में स्थिति और मजबूत होगी

इस रिकॉर्ड निवेश के बाद महाराष्ट्र ने यह साबित कर दिया है कि वह न केवल भारत की आर्थिक रीढ़ है, बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी सबसे भरोसेमंद गंतव्य बना हुआ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top