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प्री-मानसून बारिश से नागपुर सहित विदर्भ के कई जिले भीगे, तापमान में दर्ज हुई जोरदार गिरावट

प्री-मानसून बारिश से नागपुर सहित विदर्भ के कई जिले भीगे, तापमान में दर्ज हुई जोरदार गिरावट

विदर्भ में प्री-मानसून की झमाझम बारिश, तापमान में आई उल्लेखनीय गिरावट

नागपुर: विदर्भ क्षेत्र में प्री-मानसून की बारिश ने पूरी तरह दस्तक दे दी है। बीते एक सप्ताह से नागपुर सहित कई जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे क्षेत्र में गर्मी और उमस से राहत मिली है। बुधवार शाम नागपुर में हुई तेज बारिश ने शहर को पूरी तरह भिगो दिया।

बारिश का असर केवल वातावरण पर ही नहीं, बल्कि तापमान पर भी साफ दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, नागपुर का न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5.3 डिग्री सेल्सियस कम है।

लगातार हो रही बारिश से विदर्भ के अनेक जिले जलमग्न हो गए हैं और मौसम काफी ठंडा और सुहाना हो गया है। क्षेत्रीय मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की संभावना जताई है, जिससे तापमान में और गिरावट हो सकती है।

नागरिकों ने मौसम में आए इस बदलाव का खुले दिल से स्वागत किया है। गर्मी और उमस से परेशान लोग अब राहत की सांस ले रहे हैं, वहीं किसान वर्ग भी इस समय प्री-मानसून वर्षा को खेती की तैयारी के लिहाज से बेहद फायदेमंद मान रहा है।

यहाँ विदर्भ के विभिन्न जिलों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान (प्रतिशत के रूप में) तालिका रूप में प्रस्तुत किया गया है:

क्रमांक जिला अधिकतम तापमान (%) न्यूनतम तापमान (%)
1. अकोला 32 25.6
2. अमरावती 32.8 23.5
3. भंडारा 34 22
4. बुलढाणा 27.6 23.8
5. चंद्रपुर 33.6 25.6
6. गडचिरोली 32.2 24
7. गोंदिया 34.6 23
8. नागपुर 35.9 23.5
9. वर्धा 32 25.4
10. वाशिम 28.6
11. यवतमाल 29.2 25

महाराष्ट्र में समय से पहले पहुंचा मानसून, विदर्भ में रुक-रुक कर हो रही बारिश

महाराष्ट्र: इस वर्ष मानसून ने अपने तय समय से पहले ही महाराष्ट्र में दस्तक दे दी है। आमतौर पर मानसून राज्य में 7 जून के आसपास पहुंचता है, लेकिन इस बार यह 12 दिन पहले ही सक्रिय हो गया, जिससे कई इलाकों में तेज बारिश देखने को मिली। मुंबई और पुणे में मूसलधार बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ और कुछ जगहों पर जलजमाव की स्थिति बन गई, जिससे सड़कों पर नाव चलानी पड़ी।

मानसून की इस शुरुआती सक्रियता ने उम्मीद जगाई थी कि जल्द ही विदर्भ क्षेत्र भी इसकी चपेट में आ जाएगा। आमतौर पर विदर्भ में मानसून 15 जून तक पहुंचता है, लेकिन इस बार इसके पहले ही आगमन की संभावना जताई जा रही थी। नागपुर, चंद्रपुर, यवतमाल, बुलढाणा और अमरावती जैसे जिलों में पिछले कुछ दिनों से प्री-मानसूनी बारिश जारी है।

हालांकि, मानसून की रफ्तार अब थोड़ी धीमी पड़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के पश्चिमी हिस्से में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण मानसून की गति प्रभावित हुई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह स्थिति 5 जून तक बनी रह सकती है। इस दौरान विदर्भ में रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी।

5 जून के बाद मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने की संभावना है, जिससे विदर्भ क्षेत्र में भारी बारिश की शुरुआत हो सकती है। फिलहाल, मौसम में आए बदलाव से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है और नागरिकों को गर्मी से राहत मिली है।

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