नागपुर: कोरोना से डरें नहीं, सतर्क रहें – मनपा स्वास्थ्य विभाग की अपील; मई में मिले 7 मरीज, 5 स्वस्थ होकर लौटे
नागपुर में कोरोना नियंत्रण में, मई में अब तक केवल 7 केस; स्वास्थ्य विभाग ने सतर्क रहने की अपील की
नागपुर: राज्य के कुछ हिस्सों में जहां एक बार फिर से कोरोना संक्रमण की दस्तक सुनाई दे रही है, वहीं नागपुर शहर में हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं। मई महीने में अब तक केवल 7 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जिनमें से 5 मरीज पूरी तरह ठीक होकर घर लौट चुके हैं, जबकि 2 अन्य मरीज होम आइसोलेशन में हैं और उनकी स्थिति स्थिर है।
मनपा स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को बताया कि एक नया पॉजिटिव केस दर्ज हुआ है, जिससे इस माह में कुल मामलों की संख्या सात हो गई है। विभाग ने जानकारी दी कि इन मामलों में अधिकतर मरीजों को हल्के लक्षण ही महसूस हुए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं पड़ी।
पिछले कुछ महीनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो जनवरी में केवल एक केस और अप्रैल में दो केस ही रिपोर्ट हुए थे। यह दर्शाता है कि नागपुर में कोरोना का फैलाव अब भी धीमा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है, ताकि किसी भी संभावित लहर को समय रहते रोका जा सके।
स्वास्थ्य विभाग की अपील:
- मास्क का इस्तेमाल जारी रखें, खासकर भीड़भाड़ वाले स्थानों पर।
- हाथों की स्वच्छता बनाए रखें।
- सर्दी, खांसी, बुखार या गले में खराश जैसे लक्षण दिखें तो लापरवाही न करें, तुरंत जांच कराएं।
खासतौर पर बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों के लिए चेतावनी:
स्वास्थ्य विभाग ने बुजुर्गों, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी है, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है।
फिलहाल शहर के मेडिकल और मेयो अस्पतालों में कोरोना टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध है। मनपा के अस्पतालों में भी जल्द ही कोविड टेस्टिंग केंद्र शुरू किए जाने की योजना है।
कोरोना और मौसमी इन्फ्लूएंजा के लक्षणों में समानता के कारण, डॉक्टर पहले वायरल बुखार का इलाज करते हैं और यदि 48 घंटे में सुधार नहीं होता, तो कोविड जांच कराई जाती है। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सतर्क रहना बेहद ज़रूरी है।