Headline
ओबीसी महासंघ अध्यक्ष बबनराव तायवाड़े ने डॉक्टर आत्महत्या मामले पर दुख व्यक्त किया, SIT गठित कर जांच की मांग की
BJP विधायक फुके का ‘कमीशन’ बम: भंडारा नगर परिषद में करोड़ों के घोटाले का दावा
मुख्यमंत्री फडणवीस का ऑपरेशन क्लीनअप: अवैध बांग्लादेशियों की ब्लैकलिस्ट तैयार, फर्जी दस्तावेज़ होंगे रद्द
उपराजधानी नागपुर में बेमौसम बारिश की दस्तक; सुबह से जारी झमाझम बारिश, मौसम विभाग ने 28 अक्टूबर तक येलो अलर्ट जारी किया
नागपुर: भाई दूज मनाने जा रहे पिता-पुत्री की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत, खापरी मार्ग पर हुई दुर्घटना
धंतोली पुलिस की बड़ी कार्रवाई: एमडी पाउडर के साथ तीन आरोपी गिरफ्तार, ₹8.73 लाख का माल जब्त
काछीपुरा में BKC की तर्ज़ पर बनेगा भव्य व्यावसायिक केंद्र; नितिन गडकरी ने 20 अंतरराष्ट्रीय मार्केट और 4 स्पोर्ट्स सेंटर की घोषणा की
उपराजधानी नागपुर में मौसम का मिजाज बदला, शाम को झमाझम बारिश से गर्मी से मिली राहत
यूपी: संभल में चलती कार में लगी भीषण आग, यात्रियों ने कूदकर बचाई जान

केंद्र सरकार ने नौकरीपेशा लोगों को दी बड़ी राहत, पीएफ पर अब मिलेगा 8.25% ब्याज

केंद्र सरकार ने नौकरीपेशा लोगों को दी बड़ी राहत, पीएफ पर अब मिलेगा 8.25% ब्याज

पीएफ खाताधारकों को केंद्र सरकार की बड़ी सौगात – 2024-25 में भी मिलेगा 8.25% ब्याज

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने नौकरीपेशा लोगों को राहत देते हुए वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) पर 8.25 प्रतिशत ब्याज दर को मंजूरी दे दी है। यह फैसला सात करोड़ से अधिक ईपीएफओ (EPFO) सदस्यों के लिए खुशखबरी लेकर आया है, जिनके खातों में अब इसी दर से ब्याज जमा किया जाएगा।

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने 28 फरवरी 2024 को हुई अपनी बैठक में इस ब्याज दर को बनाए रखने का प्रस्ताव पारित किया था, जिसे अब वित्त मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है। श्रम मंत्रालय ने इस फैसले की पुष्टि करते हुए संबंधित आदेश गुरुवार को ईपीएफओ को भेज दिए।

पिछले साल यानी वित्त वर्ष 2023-24 में भी ईपीएफ पर 8.25% ब्याज दर दी गई थी, जो कि साल 2022-23 की 8.15% की तुलना में थोड़ी अधिक थी। हालांकि इससे पहले, मार्च 2022 में ब्याज दर को घटाकर 8.1% कर दिया गया था, जो कि पिछले चार दशकों में सबसे कम दर थी। 2020-21 में यह ब्याज दर 8.5% थी।

श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया की अध्यक्षता में नई दिल्ली में आयोजित केंद्रीय न्यासी बोर्ड की 237वीं बैठक में यह निर्णय लिया गया था। विशेषज्ञों का मानना है कि इस स्थिर ब्याज दर से ईपीएफओ के खाताधारकों को वित्तीय स्थिरता और भविष्य की बेहतर योजना बनाने में मदद मिलेगी।

इस फैसले को नौकरीपेशा वर्ग के लिए एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है, खासकर ऐसे समय में जब महंगाई और निवेश विकल्पों की अनिश्चितता लोगों को सताए हुए है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top