भागलपुर: नवगछिया में पुलिस और एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी गुरुदेव ढेर
नवगछिया में मुठभेड़: कुख्यात अपराधी गुरुदेव उर्फ फूफा ढेर, तीन साथी गिरफ्तार
भागलपुर, 24 मई: नवगछिया में शुक्रवार को पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में लंबे समय से फरार चल रहा कुख्यात अपराधी गुरुदेव उर्फ फूफा एक मुठभेड़ में मारा गया। कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें दोनों ओर से भारी गोलीबारी हुई।
गुरुदेव पर हत्या, लूट और अन्य गंभीर अपराधों के कई मामले दर्ज थे और वह लंबे समय से पुलिस की पकड़ से बाहर था। उसके खिलाफ चल रही लगातार छापेमारी के बाद पुलिस को उसके ठिकाने की जानकारी मिली, जिसके बाद विशेष अभियान चलाया गया।
मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने उसके तीन अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई को नवगछिया क्षेत्र में एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है, जिसने स्थानीय लोगों में सुरक्षा की भावना को मजबूत किया है। पुलिस ने घटनास्थल से हथियार और अन्य आपराधिक सामग्रियां भी बरामद की हैं।
इस मामले में आगे की जांच जारी है।
नवगछिया में बड़ी कामयाबी: मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी गुरुदेव उर्फ फूफा ढेर, तीन साथी गिरफ्तार
नवगछिया (भागलपुर), 24 मई: नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत रंगरा थाना क्षेत्र में बीती रात पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में एक कुख्यात अपराधी गुरुदेव उर्फ फूफा मुठभेड़ में मारा गया। यह कार्रवाई मुरली चौक से लगभग 500 मीटर दूर एक खेत में की गई, जहां अपराधियों के छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी।
पुलिस की छापेमारी के दौरान अपराधियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी फायरिंग की। करीब दस राउंड गोलियां चलीं, जिसमें गुरुदेव ढेर हो गया। वह गुरुदेव उर्फ फूफा के साथ-साथ उर्फ सनोज, प्रकाश और जसमीत के नामों से भी जाना जाता था।
गुरुदेव पर हत्या, लूट और ट्रक से मक्का की लूट जैसे कई संगीन मामलों में केस दर्ज थे। वह वर्षों से पुलिस की पकड़ से दूर था और लगातार फरार चल रहा था। मुठभेड़ के दौरान उसके तीन साथी पकड़े गए, जबकि अन्य की तलाश में पुलिस का सघन सर्च ऑपरेशन जारी है।
घटना की जानकारी मिलते ही नवगछिया की एसपी प्रेरणा कुमार, एसडीपीओ ओम प्रकाश कुमार और सर्किल इंस्पेक्टर बृजेश कुमार मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच कर सबूत जुटाना शुरू कर दिया है।
गुरुदेव के शव को पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसके शरीर में दो गोली लगने की पुष्टि की है। मृतक के परिजन भी अस्पताल पहुंचे, जहां उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
इससे पहले वर्ष 2022 में भी गुरुदेव ने पुलिस पर फायरिंग की थी, जिसमें तत्कालीन एसडीपीओ दिलीप कुमार बाल-बाल बच गए थे। उस दौरान गुरुदेव के पैर में गोली लगी थी और हथियार बरामद किया गया था।
फिलहाल, पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सभी थाना क्षेत्रों की पुलिस को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है। पुलिस घटना की हर पहलु से जांच कर रही है।