निकाय चुनाव अपने दम पर लड़ेगी एनसीपी: विदर्भ सम्मेलन में प्रफुल्ल पटेल की बड़ी घोषणा
विदर्भ में चुनावी बिगुल: एनसीपी अपने दम पर लड़ेगी निकाय चुनाव, नागपुर सम्मेलन में प्रफुल्ल पटेल का एलान
नागपुर, 24 मई:
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने आगामी नागपुर महानगरपालिका और सितंबर-अक्टूबर में प्रस्तावित स्थानीय निकाय चुनावों के लिए कमर कस ली है। शुक्रवार को नागपुर में आयोजित विदर्भ स्तरीय सम्मेलन में पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने स्पष्ट संकेत दिया कि एनसीपी इन चुनावों में कई जगहों पर अपने दम पर उतरने को तैयार है।
सम्मेलन में विदर्भ के सभी 11 जिलों से प्रमुख पदाधिकारी, पूर्व सांसद, विधायक और पार्टी नेता शामिल हुए। प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि चुनावी तैयारी को मजबूत आधार देने के लिए जून-जुलाई में प्रत्येक जिले में विशेष बैठकें आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा, “जहां संभव होगा, हम महायुति के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे, लेकिन जहां मौका दिखेगा, वहां एनसीपी अकेले भी मैदान में उतरेगी।”
महायुति गठबंधन में एनसीपी की भूमिका पर उन्होंने कहा कि पार्टी की प्राथमिकता चुनाव जीतने की है, लेकिन सरकार गठन की स्थिति में महायुति को समर्थन देने का विकल्प खुला रहेगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि पार्टी अब कांग्रेस के साथ पुराने तालमेल की तरह कम सीटों पर समझौता नहीं करेगी।
सदस्यता अभियान पर बोलते हुए पटेल ने बताया कि महाराष्ट्र सहित पूरे देश में सक्रिय सदस्यता पंजीकरण किया जा रहा है। कुछ जिलों में अभियान ने रफ्तार पकड़ी है, जबकि अन्य क्षेत्रों में जल्द ही गति बढ़ाई जाएगी।
इस अवसर पर छगन भुजबल को मंत्री बनाए जाने के निर्णय पर भी प्रफुल्ल पटेल ने सफाई दी। उन्होंने कहा, “यह हमारा स्वतंत्र फैसला था, किसी दबाव में नहीं लिया गया। एनसीपी अब महायुति का हिस्सा है, और जैसे-जैसे पार्टी का जनाधार बढ़ेगा, वैसे-वैसे हम अधिक सीटों की मांग का नैतिक अधिकार रखेंगे।”
प्रेसवार्ता में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के चीन संबंधी बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पटेल ने कहा कि ऐसे वक्तव्य राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा, “देश की सीमाओं की बात हो रही हो और विपक्ष का नेता इस तरह बचकानी बातें करे, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे मोदी को नहीं, कांग्रेस को नुकसान होगा।”
इस सम्मेलन के माध्यम से एनसीपी ने यह संकेत दे दिया है कि वह विदर्भ में चुनावी संघर्ष के लिए पूरी तरह तैयार है और आने वाले समय में आक्रामक चुनावी अभियान चलाया जाएगा।