Cannes में उत्तराखंड की एक और खूबसूरत चेहरे की एंट्री, सर्कुलर फैशन के जरिए दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
फिल्म निर्माता आरुषि निशंक ने कान्स फिल्म फेस्टिवल में अपनी उपस्थिति से सबका ध्यान आकर्षित किया, जहां उन्होंने सर्कुलर फैशन को अपनाते हुए एक विशेष ड्रेस के जरिए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस ड्रेस को खासतौर पर जटिल हस्तकला कढ़ाई से तैयार किया गया था। ‘मेकिंग इंडिया ए ग्लोबल फिल्म पावरहाउस’ कार्यक्रम के दौरान आरुषि ने फिल्मों में इको-फ्रेंडली मटेरियल के इस्तेमाल की वकालत की, जिससे यह संदेश गया कि फैशन और फिल्म इंडस्ट्री दोनों में स्थिरता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
कान्स फिल्म फेस्टिवल में आरुषि निशंक की ग्लैमरस पर पर्यावरणपरक एंट्री, सस्टेनेबल फैशन के जरिए दिया जागरूकता का संदेश
एंटरटेनमेंट डेस्क, नई दिल्ली – उत्तराखंड की एक और प्रतिभाशाली महिला ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। अभिनेत्री और फिल्म निर्माता आरुषि निशंक ने कान्स फिल्म फेस्टिवल 2025 में रेड कार्पेट पर अपने खास अंदाज़ से सबका ध्यान खींचा, जहां उन्होंने सर्कुलर फैशन को प्रमोट करते हुए पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
फैशन के जरिए पर्यावरण जागरूकता
आरुषि निशंक की ड्रेस न केवल सौंदर्य का प्रतीक थी, बल्कि यह एक संदेशवाहक भी थी। जटिल हाथ की कढ़ाई से सजी उनकी कस्टम ड्रेस टिकाऊ डिजाइन के सिद्धांतों पर आधारित थी, जो परंपरा और आधुनिकता का संतुलन दिखाती है। रेड कार्पेट पर चलते हुए उन्होंने यह साबित किया कि पर्यावरण जागरूकता और एलिगेंस एक साथ चल सकते हैं।
फैशन और फिल्मों में स्थिरता की वकालत
कान्स में आयोजित विशेष सत्र ‘Making India a Global Film Powerhouse’ में अतिथि के रूप में बोलते हुए आरुषि ने कहा कि अब समय आ गया है जब फिल्म और फैशन इंडस्ट्री को पर्यावरण के प्रति ज़िम्मेदारी निभानी होगी। उन्होंने परिपत्र फैशन (Circular Fashion) और सस्टेनेबल सामग्री के उपयोग को बढ़ावा देने की जरूरत पर जोर दिया।
भारतीय संस्कृति की वैश्विक झलक
आरुषि की उपस्थिति केवल फैशन तक सीमित नहीं रही। उन्होंने भारतीय संस्कृति और समृद्ध विरासत की झलक अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत की, साथ ही यह दिखाया कि भारत अब न केवल कंटेंट में, बल्कि सोच और स्थिरता में भी ग्लोबल स्टेज पर अग्रणी भूमिका निभा सकता है।
निष्कर्ष
जहां एक ओर अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने कान्स में उत्तराखंड की खूबसूरती का प्रतिनिधित्व किया, वहीं आरुषि निशंक ने इस मंच को एक सार्थक उद्देश्य से जोड़ा। उनकी यह पहल इस ओर इशारा करती है कि फैशन केवल दिखावे का माध्यम नहीं, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय बदलाव का शक्तिशाली जरिया भी बन सकता है।